पटना(लाइव इंडिया न्यूज18 ब्यूरो)। बिहार विधानसभा में नीतीश सरकार के बहुमत साबित करने से पहले ही स्पीकर विजय सिन्हा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। इस्तीफा देने के साथ ही विजय सिन्हा ने डिप्टी स्पीकर महेश्वर हजारी के बदले नरेंद्र नारायण यादव का नाम लिया कि सदन की कार्यवाही आगे वो संचालित करेंगे। इसको लेकर विवाद हो गया है क्योंकि नियमानुसार स्पीकर नहीं तो डिप्टी स्पीकर को सदन की कार्यवाही को संचालित करते हैं। विधानसभा की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। दो बजे बाद नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली महागठबंधन सरकार अपना बहुमत साबित करेगी।
इस्तीफा देने से पहले विजय सिन्हा ने कहा कि मैं बहुमत से निर्वाचित हुआ था, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को शुक्रिया। अपने छोटे कार्यकाल में कई काम और कार्यक्रम किए। प्रयास किया कि सत्ता और विपक्ष को साथ लेकर चलूं। निष्पक्षता से सदन का दायित्व निभाया। हमेशा विधानसभा के सभी सदस्यों की मान मर्यादा, सदन की गरिमा बढ़ाने की कोशिश की।
‘मुझे हटाने की कोशिश की गई’
सिन्हा ने अपने भाषण में कहा कि नए राजनीतिक घटनाक्रम के तहत नया गठबंधन हुआ। बिहार में नई सरकार का गठन हो गया। बिना विवाद के शपथग्रहण हो गया, अपना काम करने लगी। इसी बीच स्पीकर को हटाने का प्रस्ताव आ गया।
अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के पूर्व स्पीकर ने सदन की कार्रवाई को अपराह्न दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया। संसदीय कार्य मंत्री विजय चौधरी ने इसपर आपत्ति जताई। कहा कि यह संसदीय मान्यता के अनुरूप नहीं है। स्पीकर ने इस्तीफा देते हुए नरेंद्र नारायण यादव को सदन की अध्यक्षता करने का दायित्व सौंप दिया। जबकि, स्पीकर की अनुपस्थिति में डिप्टी स्पीकर सदन का संचालन करते रहे हैं। ऐसे में एक संवैधानिक संकट खड़ा हो गया है।
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