मोर्टार व जहर बुझे तीरो के संकेत-नक्सली बढ़ा रहे मारक क्षमता व संगठन में आदिवासियों का तीर धनुष धारक दस्ता भी सक्रिय, पुलिस खात्में को ले कृत संकल्प
औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। अति नक्सल प्रभावित औरंगाबाद जिले में चलाये जा रहे नक्सल विरोधी अभियान में मदनपुर थाना क्षेत्र में जंगली-पहाड़ी क्षेत्र का चप्पा-चप्पा छान कर माओवादियों को इलाके से पूरी तरह खदेड़ डाला है।
अभियान के तहत नौ दिनों में जिला पुलिस, सीआरपीएफ एवं कोबरा बटालियन की संयुक्त सर्च टीम ने सहिया, करीबा, डोभा, लड़ूईयां, बंदी, अंजनवां, मुर्गीडीह, बांसडीह एवं छकरबंधा के जंगली-पहाड़ी इलाके का चप्पा-चप्पा छान मारा है। इस दौरान भारी मात्रा में आतंक के सामानों की बरामदगी हुई है। अपर पुलिस अधीक्षक(अभियान) मुकेश कुमार एवं केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल(सीआरपीएफ) की 47वीं बटालियन के द्वितीय कमान अधिकारी महालय मनीष ने रविवार को प्रेसवार्ता में बताया कि अभियान के दौरान ज्ञात हुआ कि नक्सलियों ने खुद को नये मैकेनिज्म से लैश कर रखा है, जिसका इस्तेमाल वे विस्फोटकों को बनाने में कर रहे है। इस वजह से पूरे ऑपरेशन के दौरान टीम को नक्सल प्रभावित इलाकें में हर कदम फूंक-फूंक कर रखना पड़ा क्योकि कही भी नक्सलियों द्वारा जमीन के अंदर दबा कर रखे गये लैंड माइंस और आईईडी के ब्लास्ट करने का खतरा चारो ओर मौजूद था। इसके बावजूद टीम ने बेहद सतर्कता से काम किया और मौसम के अनुकूल रहने के कारण हमें नक्सलियों के खिलाफ बड़ी सफलता मिली।
हमारी टीम नक्सलियों के मांद, उनके छिपने के ठिकानों, बंकर और उनके हथियारों के भंडार तक पहुंची और बड़े से बड़े खतरों को झेलते और जूझते हुए चुन-चुन कर आतंक के सामानों की बरामदगी की। उन्होने कहा कि आतंक के सामानों में मोर्टार की बरामदगी का साफ संकेत है कि नक्सली रॉकेट लांचर डेवलप कर रहे थे, जो बरामद हो गया। पूरे अभियान में 122 प्रेशर आईईडी बम, 548 सीरिज आईईडी बम, 534 केन आईईडी बम, 5 सिलेंडर आईईडी बम, 2 बम प्रक्षेप्य मोर्टार, 495 पीस नॉन इलेक्ट्रिक डेटोनेटर, 280 इलेक्ट्रिक डेटोनेटर, 317 मीटर कोडेक्स वायर, एक एयरगन राईफल, तीन नक्सली नारे लिखे बैनर, 10 पीस जहर बुझे तीर, ढ़ेर सारे बर्तन एवं खाने-पीने की वस्तुएं बरामद की गयी है। बरामद विस्फोटकों को मौके पर ही जलाकर और विस्फोट कर विनष्ट कर दिया। बरामद सामिग्रयों में दो बम प्रक्षेप्य मोर्टार और दस जहर बुझे तीरों का मिलने के अलग-अलग संकेत है। प्रक्षेप्य मोर्टार मिलने का संकेत है कि नक्सली मारक क्षमता बढ़ाने में लगे है और जहर बुझे तीरों के मिलने का संकेत है कि नक्सलियों की टीम में तीर-धनुष धारक आदिवासियों का गुरिल्ला दस्ता भी शामिल है। इस ऑपरेशन के दौरान नक्सली संगठन की कार्यशैली की काफी अहम् और ठोस जानकारी मिली है, जो आगे के ऑपरेशन में काम आएगी।
इस मामले में मदनपुर थाना में भादवि की धारा-147, 148, 149, 353, 307, 120(बी), 25(1-बी)ए, 26/35 आर्म्स एक्ट, 16, 18, 13, 20 यूएपीए एक्ट एवं 3, 4, 5 विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के तहत कांड सं.-369/22 दर्ज किया गया। मामले में 41 नामजद एवं 20 अज्ञात नक्सलियों को आरोपी बनाया गया है। नामजदों में शीर्षस्थ नक्सली प्रमोद मिश्रा, विनय यादव, अभिजीत, अरूण पासवान, मनोहर गंझु, ललन भोक्ता एवं राजेंद्र यादव आदि शामिल है। इस छापेमारी अभियान के फलस्वरूप नक्सलियों का मनोबल काफी गिरा है। नक्सली गतिविधियों पर अंकुश लगाये जाने हेतु लगातार छापेमारी अभियान जारी है। कहा कि पुलिस नक्सलियों के खात्में को लेकर कृत संकल्पित है। प्रेसवार्ता में मुख्यालय डीएसपी-2 ललित नारायण मिश्रा एवं मदनपुर थानाध्यक्ष शशि रंजन कुमार भी मौजूद रहे।