औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। औरंगाबाद जिले में ग्रामीण विकास विभाग द्वारा संचालित जीविका परियोजना की दीदियां अब मधुमक्खी पालन कर शहद उत्पादन के गुण सीख रही है।
इस सिलसिले में रफीगंज प्रखंड में मंगलवार को चार दिवसीय प्रशिक्षण प्रारंभ किया गया। जिसमें जिला बागवानी मिशन के साथ जीविका ने समन्वय स्थापित करते हुए शहद उत्पादक समूह बनाने का कार्य प्रारंभ किया है। जिसके तहत मदनपुर और रफीगंज प्रखंड में दीदीयों को प्रशिक्षित किया जा रहा है।
इस सिलसिले में जानकारी देते हुए जीविका की मैनेजर रिंकी चौहान ने बताया कि मदनपुर और रफीगंज प्रखंड में दीदीयों को चयन करते हुए मधुमक्खी पालन का गुण सिखाया जा रहा है। जिसके बाद बागवानी मिशन के द्वारा दीदीयों को मधुमक्खी का बक्सा दिया जाएगा। इस सिलसिले में मंगलवार को रफीगंज के एकता संकुल स्तरीय संघ में प्रशिक्षण प्रारंभ हुआ। इस दौरान जीविका के प्रखंड परियोजना प्रबंधक रफीगंज संतोष कुमार, संचार प्रबंधक राजीव रंजन, प्रशिक्षण पदाधिकारी चंदन कुमार और जिला बागवानी मिशन की तरफ से प्रखंड बागवानी प्रबंधक और उनकी पूरी टीम उपस्थित थी। इस दौरान जीविका की तरफ से चयनित दीदीयों के साथ ही सभी प्रखंडों के आजीविका विशेषज्ञ मौजूद थे। इस बारे में जानकारी देते हुए जिला परियोजना प्रबंधक पवन कुमार ने कहा कि जीविका एक नए आयाम स्थापित करने के लिए जिले में कार्य कर रही है। मधुमक्खी पालन के जरिए शहद उत्पादन का हुनर सिखाया जा रहा है। जिससे महिलाएं आत्मनिर्भर बन सकें। स्वरोजगार की ओर एक नया आयाम स्थापित करते हुए इस तरह के कई प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे और सरकार की अन्य योजनाओं के साथ तालमेल करते हुए दीदीयों को गरीबी से बाहर निकालने का काम जारी रहेगा।