औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। औरंगाबाद जिले के लिए मंगलवार का दिन अमंगल भरा रहा। यहां दो अलग-अलग सड़क हादसे में चार लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। हादसों के बाद से औरंगाबाद सदर अस्पताल मृतकों के परिजनों की चीख पुकार से दहल उठा। मौके पर मौजूद लोगों की भी आंखें नम हो गयी।
पहली सड़क दुर्घटना औरंगाबाद नगर थाना क्षेत्र में एनएच-19 पर बाइपास ओवरब्रिज के पास घटी जहां अनियंत्रित ट्रक ने बाइक सवार दो युवकों को रौंद दिया। हादसे में दोनो की मौत हो गई। हादसा इतना दर्दनाक था कि दुर्घटना के बाद ट्रक में फंस गई बाइक करीब दो किलोमीटर तक एनएच-19 पर घिसटती रही और वाहन को पकड़ने के लिए लोग बाइक से पीछा करते रहे। अंततः हसौली के पास चालक ट्रक छोड़कर फरार हो गया।मृतकों में एक की पहचान डेहरी ऑन सोन निवासी संजय चौधरी के रूप में की गई है जबकि दूसरे की पहचान नहीं हो सकी है। बताया जाता है कि हादसे के वक्त संजय अपने सहयोगी के साथ डेहरी से अपने ससुराल शिवगंज से जा रहा था। उसे ससुराल के किसी परिजन को औरंगाबाद लाकर मैट्रिक की परीक्षा दिलानी थी लेकिन ससुराल पहुंचने से पहले संजय एवं उसके सहयोगी की सड़क हादसे में मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर आसपास के लोगो की भारी भीड़ जुट गई। लोगो ने इसकी सूचना औरंगाबाद नगर थाना की पुलिस को दी। दुर्घटना के बाद ओवरब्रिज पर एक घंटे से अधिक समय तक जाम रहा। स्थानीय लोगों के सहयोग से पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए औरंगाबाद सदर अस्पताल लाया और पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों को सौंप दिया। पुलिस ने दूसरे शव को पहचान के लिए सुरक्षित रखा है।
वही दूसरी दुर्घटना औरंगाबाद मुफ्फसिल थाना क्षेत्र में एनएच-19 पर ही भेड़िया गांव के पास मंगलवार को दोपहर बाद घटी जहां ट्रक द्वारा बाइक में टक्कर मार दिये जाने से दो की मौत हो गई। मृतकों की पहचान रोहतास जिले के अंकोरहा थाना क्षेत्र के तपेश्वर पाल के पुत्र संतोष पाल एवं अवधेश शर्मा के पुत्र चंदन शर्मा के रूप में की गई है। बताया जाता है कि किसी काम से संतोष एवं चंदन अंकोरहा से मदनपुर जा रहे थे। इसी दौरान भेड़िया गांव के पास एक ट्रक उन्हे रौंदते हुई भाग निकला, जिससे दोनों गंभीर रूप से घायल हो गये। स्थानीय लोगों की मदद से दोनों को इलाज के लिए औरंगाबाद सदर अस्पताल लाया गया, जहां चिकित्सकों ने चंदन शर्मा को मृत घोषित कर दिया जबकि संतोष की हालत को गंभीर देखते हुए बेहतर इलाज के लिए अन्यत्र रेफर कर दिया। इलाज के लिए ले जाए जाने के दौरान संतोष की रास्ते में ही मौत हो गई। संतोष अपनी बहन को गया पहुंचाकर दोस्त के साथ वापस लौट रहा था। दस दिन पहले उसके पिता की बीमारी से मौत हुई थी। हादसे में दोनो की मौत के बाद परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है। दोनों हादसों के बाद मृतकों के परिजनों में हाहाकार मचा है। उनके गांव में मातम पसरा है।