औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। औरंगाबाद को शराबमुक्त बनाने के लिए यहां की पुलिस अब फुल एक्शन में है। पुलिस का खुफिया तंत्र अवैध शराब कारोबार पर पैनी नजर रख रहा है। खुफिया इनपुट के आधार पर पूरे जिले में ताबड़तोड़ छापेमारी की जा रही है। लगातार थोक के भाव में गिरफ्तारी हो रही है। पकड़े जा रहे अवैध शराब कारोबारियों को स्पीडी ट्रायल चलाकर सजा दिलाने की भी पूरी तैयारी है।
यह जानकारी देते हुए पुलिस कप्तान कांतेश कुमार मिश्रा ने बताया कि एंटी वाईन कैम्पेन के तहत मई माह में अबतक 112 गिरफ्तारियां हुई है जबकि 8 हजार लीटर अवैध शराब बरामद किया गया है। उन्होने कहा कि अवैध शराब के नेक्सस पर पुलिस के खुफिया तंत्र की पैनी नजर है। खासकर झारखंड की सीमा से सटे इलाकों पर विशेष नजर रखी जा रही है। इन इलाकों से शराब की अवैध आवक के चेन को पुलिस तोड़ने में लगी है। इसमे पुलिस को लगातार सफलता भी मिल रही है। कहा कि पुलिस की करीब एक दर्जन स्पेशल टीम इस कार्य में लगी है। उन्होने अवैध शराब का कारोबार करनेवालो को सीधी चेतावनी देते हुए कहा कि वे ऐसा करना बंद कर दे। पुलिस ने ऐसे लोगो को चिन्हित कर रखा है और उन्हे रंगेहाथ गिरफ्तार कर जेल ही नही भेजा जाएगा बल्कि स्पीडी ट्रायल चलाकर सजा भी दिलाई जाएंगी।
श्री मिश्रा ने मंगलवार को एक्साइज स्पेशल कोर्ट द्वारा मंगलवार को एक शराब कारोबारी को दिए गये सात साल सश्रम कैद और एक लाख के जुर्माना की सजा का हवाला देते हुए कहा कि अवैध शराब का कारोबार करने वाले समाज के दुश्मन है और इनकी जगह जेल में है। ऐसे लोगों को गिरफ्तार कर पुलिस जेल भेजने में लगी है। ऐसे लोगो को स्पीडी ट्रायल चलाकर सजा दिलाने की कार्रवाई शुरू हो चुकी है और अवैध शराब के कारोबार में पकड़े जाने वाले हर कारोबारी को सजा दिलाया जाना तय है। एसपी ने कहा कि शराब बेहद बुरी चीज है और इसके सेवन से लोगो को दूर रहना चाहिए। शराब पीने वाले का न केवल घर परिवार बर्बाद होता है बल्कि शराब का सेवनकर्ता समाज में भी उपहास का पात्र बनता है। पुलिस के पकड़ में आने पर उसे जेल भी जाना पड़ता है और सजा भी मिलनी तय होती है। इस लिहाज से शराब का सेवन नही करने के प्रति भी लोगो को जागरूक किया जा रहा है। गांवों में जागरूकता शिविर लगाया जा रहा है। इसकी शुरूआत कुटुम्बा प्रखंड के रिसियप के दलित बस्ती से की गई है। बारूण थाना के केशवपुर, फेसर, जम्होर एवं ओबरा थाना क्षेत्र में भी संबंधित थानाध्यक्षों द्वारा जागरूकता अभियान चलाया गया है और यह अभियान भी निरंतर जारी रहेगा तथा इसके अच्छे परिणाम सामने आएंगे। गौरतलब है कि हाल फिलहाल जहरीले पेय पदार्थ के सेवन से सात की मौत हुई है। मौत के इन मामलों के बाद ही पुलिस ने एंटी वाइन कैंपेन के तौर तरीकों में बदलाव लाया है। इसी के तहत खुफिया तंत्र को बेहद सक्रिय करते हुए पुलिस अलग तरह के एक्शन मोड में अवैध शराब कारोबार के खिलाफ कैंपेन चला रही है।