औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। औरंगाबाद में इन दिनों मनचलों के हौसले बेहद बुलंद है। इन्हें पुलिस का भी खौफ नही है। ये जब चाहते हैं, जहां चाहते हैं, छेड़खानी तथा दुष्कर्म की घटना अंजाम देकर फरार हो जा रहे है। ऐसा लगता है कि पुलिस हाथ पर हाथ धरकर बैठी है और परिजनों को भी विरोध करना महंगा पड़ रहा है।
हाल फिलहाल की तीन घटनाएं इसकी बानगी है। इस तरह की पहली घटना औरंगाबाद शहर की ही है। मामला औरंगाबाद नगर थाना क्षेत्र के सिन्हा कॉलेज रोड में अनुग्रह नगर स्थित केशवपुर मुहल्ले का है, जहां शनिवार को 10 की संख्या में रहे मनचलों ने एक युवक की इस कारण जमकर पिटाई कर दी क्योकि वह लड़कियों पर फब्ती कसने का विरोध करता था। मनचलों की पिटाई से गंभीर रूप से घायल युवक परशुराम यादव केशवपुर मुहल्लें का ही निवासी है। सदर अस्पताल में इलाज कराने के दौरान परशुराम ने बताया कि उनके मुहल्ले में कई कोचिंग संस्थान चलते हैं और मनचले वहां आनेवाली छात्राओं पर प्रतिदिन फब्तियां कसते है। इसका वह लगातार विरोध करता था। शनिवार को जब वह अपने घर के पास खड़ा था। उसी दौरान 10 की संख्या में रहे मनचलों ने उसपर अचानक हमला बोल दिया और लाठी डंडे एवं मुक्के से जमकर पिटाई कर दी, जिससे वह घायल हो गया। मामले में औरंगाबाद नगर थाना के दारोगा जितेंद्र कुमार ने युवक का फर्द बयान लिया है। दारोगा जितेंद्र ने फर्द बयान लेने के बाद कहा कि मनचलों पर पुलिस की पैनी नजर है।जल्द ही मनचलों को गिरफ्तार कर जेल के सलाखों के पीछे भेज दिया जाएगा।
मनचलों ने दूसरी वारदात को भी शहर में ही अंजाम दिया है। मामला शहर के अली नगर मुहल्ले का है, जहां रविवार को एक मां-बाप को बेटी पर मनचलों द्वारा फब्ती कसने का विराेध करना महंगा पड़ गया। मनचलों ने दोनो की बेरहमी से पिटाई कर दी, जिससे वें गंभीर रूप से घायल हो गये। मारपीट के दौरान मनचलों ने घर के बच्चों को भी नही बख्शा और उनकी भी पिटाई की। औरंगाबाद सदर अस्पताल में इलाज करा रहे पिता जहांगीर खां ने बताया कि वह अपने घर के छत पर लेटकर धुप सेक रहा था। उनकी बेटी घर में दोपहर का खाना बना रही थी। इसी दौरान कुछ लड़के खेलने के लिए पहुंचे। ये लड़के मेरी बेटी के बारे में अनाप-शनाप बोल रहे थे, जिसे मेरे बेटे ने सुन लिया। इसके बाद बेटे ने पास आकर मुझे सारी बातें बताई। इसके बाद मैं छत से नीचे उतरा और बेटी के बारे में गलत बोलने वाले युवकों को डांट-फटकार लगाई।डांट-फटकार के बाद वें वहां से चले गए। इसके कुछ देर बाद एक मनचला अपनी मां व कुछ दोस्तों के साथ घर पर आ धमका और गाली-ग्लौज करने लगा। विरोध करने पर युवक ने पास में पड़ा डंडा उठाकर मेरे सिर पर दे मारा, जिससे मेरा सर फट गया। युवक की मां व उसके साथियों ने मेरी पत्नी व बच्चों के साथ भी मारपीट की। इसके बाद सभी फरार हो गये, जो आजाद नगर मुहल्ले के है। इस मामले में पूछे जाने पर औरंगाबाद नगर थानाध्यक्ष एसबी शरण ने कहा कि मुझे फिलहाल इस घटना की जानकारी नहीं है। शिकायत आवेदन मिलेगा तो कार्रवाई की जाएगी।
तीसरी वारदात गोह थाना के एक गांव की है। कुछ दिन पहले उस गांव में एक नाबालिग घर में अकेली थी। घर में परिवार का कोई सदस्य मौजूद नही था। गांव के ही एक मनचले ने नाबालिग के घर में अकेली होने का फायदा उठाया। घर में घुसकर उसने उसके साथ पहले छेड़खानी की। विरोध करने पर पीटा और बलपूर्वक रेप कर फरार हो गया। मामले की गोह पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर रखी है लेकिन मनचला पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। दरअसल ये तीन घटनाएं मनचलों के बुलंद हौसलों की बानगी है। ऐसे में इनपर सख्ती से लगाम लगाने की जरूरत है ताकि इनका बढ़ता मनोबल टूट सके।