औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। औरंगाबाद के पूर्व सांसद व केरल के पूर्व राज्यपाल निखिल कुमार के नाम पर डाक विभाग ने 5 रुपयें का डाक टिकट जारी किया है। यह डाक टिकट पटना में श्री कुमार के आवास पर बिहार पोस्टल सर्विस के चीफ पोस्टमास्टर जनरल रास बिहारी सिंह ने मंगलवार को जारी किया। इस दौरान उन्हे विभाग के वरीय अधिकारियों ने डाक टिकट और स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया। इस मौके पर चीफ पोस्टमास्टर जनरल ने कहा कि इस डाक टिकट का पूरे देश में इस्तेमाल होगा।
गौरतलब है कि निखिल कुमार दिल्ली के पुलिस कमिश्नर के अलावा औरंगाबाद से लोकसभा के सदस्य और कई राज्यों में गवर्नर के पद को सुशोभित कर चुके हैं। 1995-97 में वह पुलिस आयुक्त, दिल्ली के पद पर रहे। 1997 में महानिदेशक, भारत तिब्बत सीमा पुलिस हुए। 1997-99 में वह विशेष गृह(आंतरिक सुरक्षा) सचिव, भारत सरकार के पद पर रहे। 1999-01 में वह राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड के महानिदेशक के पद पर रहे। 2001-03 में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोर्ड, भारत सरकार के सदस्य रहे। 2004-09 में वें 14वीं लोकसभा के लिए चुने गए। फिर 2009-13 में नागालैंड के राज्यपाल के बनाये गए। 2013-14 में केरल के राज्यपाल भी रहे। इधर उन पर डाक टिकट जारी होने से औरंगाबाद के कांग्रेसियों में खुशी की लहर दौड़ गयी।
इसकी सूचना मिलने पर मंगलवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आपस में मिठाइयां बांटी। कांग्रेस नेताओ-चुलबुल सिंह, जिलाध्यक्ष अरविंद सिंह, रामविलास सिंह, श्याम बिहारी सिंह, उपेंद्र सिंह, पूर्व वार्ड पार्षद इरफान अंसारी, योगेन्द्र सिंह, मृत्युंजय सिंह, अरविंद शर्मा मो. शाहनवाज रहमान उर्फ सल्लू खान, राशिद अली खान, मो. जुल्फिकार, प्रकाश कुमार, टिक्का खान, दीपक कुमार, मुन्ना कुमार ने हर्ष व्यक्त किया। कहा कि 1963 के बैच के आईपीएस अधिकारी रहे निखिल कुमार दिल्ली पुलिस कमिश्नर के पद से सेवानिवृत के बाद राजनीति में सक्रिय हुए। औरंगाबाद से सांसद बने, बाद में नागालैंड और केरल के राज्यपाल बने। कहा कि पूर्व राज्यपाल नाम पर डाक टिकट जारी होने से औरंगाबाद जिला गौरवान्वित हुआ है। उन्होने नागालैंड और केरल का राज्यपाल रहते हुए बेहतर कार्य किया था। नागालैंड में न सिर्फ शांति आयी थी बल्कि चुनाव शांतिपूर्ण संपन्न हुआ था, जिससे उनकी लोकप्रियता बढ़ी। कहा कि निखिल कुमार युवाओं के हमेशा आइकन रहे है। संसद रहते हुए भी उन्होने औरंगाबाद का काफी विकास किया। वें बिहार के पहले उप मुख्यमंत्री सह वित्त मंत्री अनुग्रह नारायण सिंह के पौत्र, पूर्व मुख्यमंत्री सत्येंद्र नारायण सिंहा के पुत्र और दिल्ली पुलिस के आयुक्त तथा पूर्व सांसद व राज्यपाल रहे है।