औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज18 ब्यूरो)। मगध विश्वविद्यालय में विभिन्न घोटालों के आरोपी रजिस्ट्रार, प्रॉक्टर सहित अन्य दो आरोपियों की गिरफ्तारी का विद्यार्थी परिषद् ने स्वागत किया है। साथ ही भ्रष्ट कुलपति को भी गिरफ्तार करने की मांग की है। निगरानी कुलपति के इन चार प्यादो को गिरफ्तार कर मामले को ठंडे बस्ते मे ना डाले क्योकि ये बस मोहरे थे। सबसे बड़ा अपराधी अभी बाहर घुम रहा है और आराम कर रहा है। ये बाते अभाविप के छात्र नेताओं ने मंगलवार को यहां प्रेसवार्ता में कही।
कहा कि इस मामले को सबसे पहले परिषद ने ही प्रकाश में लाया था। मगध विश्वविद्यालय के इस भ्रष्टाचार के विरुद्ध परिषद् द्वारा उच्च न्यायालय में एक पीआईएल दायर किया गया था। उच्च न्यायालय के निर्देश पर ही निगरानी द्वारा वहां के कुलपति के गोरखपुर स्थित ठिकाने पर छापेमारी कर करोड़ों रुपए की बरामदगी की गई थी। विद्यार्थी परिषद् के मगध विश्वविद्यालय संयोजक सूरज सिंह ने इस मामले में चार लोगों की गिरफ्तारी पर हर्ष व्यक्त किया। साथ ही उन्होंने क्षोभ व्यक्त करते हुए कहा कि वहां के भ्रष्ट कुलपति को नहीं हटाया जाना व गिरफ्तार नही करना दुर्भाग्यपूर्ण है।
विद्यार्थी परिषद् भ्रष्टाचार के विरुद्ध हमेशा शंखनाद करती रही है, परिषद् की पुरानी मांगों को दोहराते हुए मांग की है कि बिहार के सभी विश्विद्यालयों और महाविद्यालयों मे हुए सभी कार्यो कि जांच अविलंब किसी स्वतंत्र एजेंसी से कराई जाय और दोषी पाये जाने पर कठोर से कठोर कार्रवाई हो। प्रेसवार्ता में प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य आशिका सिंह, अभय कुमार, मुकुल सिंह, नगर मंत्री कुणाल कुमार, विश्वजीत कुमार, दीपक कुमार, शुभम राणा, नीरज गुप्ता, पवन कुमार, प्रभात कुमार, दिलीप कुमार, अभिषेक सिंह, विशाल रॉय, विशाल कुमार, अभिषेक पाठक, ऋषि राज, हिमांशु, अतुल, आयुष सिंह एवं अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहें।
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