अनूप शर्मा हत्याकांड का पर्दाफाश, पत्नी को छेड़ने पर अशोक भुईयां ने साथियों संग की हत्या, पांच गिरफ्तार

रफीगंज(औरंगाबाद)(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। रफीगंज पुलिस ने अनूप शर्मा हत्याकांड की गुत्थी सुलझाते हुए मामले में संलिप्त पांच लोगों को गिरफ्तार कर बड़ी कामयाबी हासिल की है।

हत्याकांड में कजपा टोला भुईयां बिगहा के अशोक भुईयां, सुरेश भुईयां, प्रमोद भुईयां, शंकर भुईयां एवं सिमरा गांव के कुल्लू शर्मा को गिरफ्तार किया गया है। थानाध्यक्ष राम इकबाल ने बताया कि गिरफ्तार लोगों ने स्वीकारोक्ति बयान में कहा है कि 27 जनवरी की शाम अनूप कजपा भुईयां बिगहा में शराब पीने के लिए पहुंचा था। शराब भी पिया था। इसी टोला के झकस भुईयां से उसकी पूर्व से जान पहचान थी जिसे 200 रुपया दिया। भुईयां बिगहा के ही शिवपति के घर मुर्गा बनाकर सभी लोगों ने खाया। इसके बाद अपने अपने घर जाने लगे। तभी करीब शाम 7 बज रहा था। मृतक अनुज शर्मा अशोक भुईया के दुकान के पास आया और अशोक भुईया की पत्नी से सिगरेट मांगा। जब वह सिगरेट दे रही थी तो मृतक ने अशोक भुईयां की पत्नी का हाथ पकड़ लिया। पत्नी हल्ला करने लगी, जिसे सुनकर अशोक भुईया सहित सभी गिरफ्तार लोग जुट गए और अनूप को मारने लगे। काफी पिटाई करने के बाद गला दबाकर कर हत्या कर दिया लेकिन लोंगो को विश्वास नहीं हुआ कि अनूप मर चुका है। आश्वस्त होने के लिए लोहे की रड गर्म कर मृतक के हाथ सहित कई अंगो को दाग दिया। पूरी तरह से आश्वस्त हो गया कि मर गया है, तो कुछ घंटे इंतजार के बाद रात में उसे नदी के किनारे झाड़ी में फेंक दिया। बताया जाता है कि फेसर थाना क्षेत्र के परसडीह गांव के अनूप शर्मा का शव रफीगंज थाना क्षेत्र के सिमरा मदार नदी से एक फरवरी को मिला था।

स्थानीय पुलिस ने उसके परिजनों को बुलाकर पहचान कराई। इस मामले में मृतक अनूप शर्मा के चाचा राजेश शर्मा ने रफीगंज थाना में प्राथमिकी दर्ज करा कर अशोक भुईयां को नामजद एवं 4-5 अज्ञात को आरोपी बनाया था। उल्लेख है कि 27 जनवरी से मेरा भतीजा गायब है, जिसके बारे में फेसर थाना को आवेदन देकर सनहा दर्ज कराया था। पांचवे दिन अनूप का शव सिमरा मदार नदी से  मिला। मृतक अनूप शर्मा की पत्नी बबिता देवी पर 14 वर्ष की पुत्री के लालन पालन का जिम्मेवारी आ गयी। परिजनों के अनुसार अनूप शर्मा शिवगंज में बन रहे एक कॉलेज में फिलहाल बढई का काम कर रहा था। थानाध्यक्ष ने बताया कि प्राथमिकी में 8000 रुपये, पर्स एवं मोबाईल भी मृतक के पास होने की बात कही गयी है किन्तु अभी तक पैसा, मोबाइल एवं पर्स बरामद नहीं हुआ है। सभी गिरफ्तार आरोपियों को पूछताछ के बाद औरंगाबाद न्यायालय भेजा गया है।