औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। केंद्रीय ऊर्जा मंत्री राजकुमार सिंह ने कहा है कि देश के सभी गांवों को शीघ्र ही 24 घंटे बिजली मिलने लगेगी। श्री सिंह ने शुक्रवार को औरंगाबाद जिले के नबीनगर एवं बारून प्रखंड की सीमा पर स्थित एनपीजीसी की विद्युत परियोजना अतिथि गृह में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सभी गांवों में 24 घंटे बिजली की उपलब्धता सुनिश्चित करने की योजना पर विद्युत मंत्रालय ने कार्य करना शुरू कर दिया है।
इसके लिए केंद्र सरकार ने 3 लाख 3 हजार करोड़ रुपए की एक योजना स्वीकृत की है। उन्होंने बताया कि अभी देश के सभी गांवों में 22 घंटे बिजली की उपलब्धता है और हमारी योजना इसे बढ़ाकर सभी गांवों में 24 घंटे बिजली की उपलब्धता सुनिश्चित करने की है। इसके अलावा हमारा लक्ष्य सिंचाई के लिए शीघ्र ही हर खेत तक बिजली पहुंचाने का भी है। इसके लिए देश के सभी सरकारी और गैर सरकारी विद्युत उपक्रमों को तेजी से काम करने के लिए कहा गया है।
केंद्रीय विद्युत मंत्री ने कहा कि वर्ष 2015 में देश के गांवों में केवल 10 से 12 घंटे तक ही बिजली की उपलब्धता थी जिसे केंद्र की मौजूदा सरकार ने बढ़ाकर अभी 22 घंटे बिजली की उपलब्धता सुनिश्चित की है। उन्होंने कहा कि देश के शहरी इलाके में कहीं-कहीं 24 घंटे और कहीं-कहीं 23 से साढे 23 घंटे तक बिजली की उपलब्धता है जिसे शीघ्र ही 24 घंटे बिजली की उपलब्धता सुनिश्चित करने की दिशा में काम चल रहा है।
श्री सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने सत्ता में आने के बाद बिजली के क्षेत्र में तेजी से काम करना शुरू किया और आज यह स्थिति है कि देश बिजली उपलब्धता के मामले में सरप्लस हो गया है जबकि पहले देश में बिजली की भारी कमी थी। उन्होंने कहा कि अभी पूरे देश में 2 लाख मेगावाट बिजली की मांग है जबकि हमारी कुल उत्पादन क्षमता 3 लाख 84 हजार मेगावाट तक पहुंच चुकी है।
उन्होंने कहा कि देश में अभी 1 लाख 42 हजार किलोमीटर ग्रिड लाइन का विस्तार हो चुका है और हम किसी अन्य कारणों से ब्लैक आउट होने की स्थिति में देश के किसी भी कोने से दूसरे कोने तक बिजली पहुंचाने में सक्षम हैं। श्री सिंह ने कहा कि देश के हर गांव-टोला तथा हर घर तक बिजली पहुंचा दी गई है और शाम होते ही देश के सभी घरों में अब अंधियारा नहीं बल्कि दुधिया रोशनी होती है। यह बिजली के क्षेत्र में किए गए सकारात्मक क्रांतिकारी परिवर्तन का ही परिणाम है।
उन्होंने कहा कि हर गांव तथा हर घर तक बिजली पहुंचाने की योजना पर विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से 2 लाख 2 हजार करोड़ रुपए खर्च किए गए जिसमें केवल बिहार को 22 हजार करोड़ रुपए मिला। केंद्रीय विद्युत मंत्री ने कहा कि एनटीपीसी लिमिटेड की पूर्ण स्वामित्व वाली नबीनगर पावर जेनरेटिंग कंपनी के दूसरे स्टेज के तहत 8-8 सौ मेगावाट बिजली उत्पादन की तीन इकाइयों की स्थापना के प्रस्ताव पर केंद्र सरकार गंभीरतापूर्वक विचार करेगी और यदि हर दृदृष्टिकोण से यह उपयोगी तथा आवश्यक होगा तो दूसरे स्टेज पर भी कार्य शुरू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बिहार में बिजली के उत्पादन, उपलब्धता तथा संचरण व्यवस्था को दुरुस्त करने पर मंत्रालय का विशेष जोर है।
विद्युत मंत्री ने कहा कि विद्युत मंत्रालय सौर ऊर्जा के उत्पादन को बढ़ावा देने पर विशेष ध्यान देगा। सौर ऊर्जा के माध्यम से वातावरण में प्रदूषण को कम करने में भी मदद मिलेगी। इसके अलावा पनबिजली तथा पवन ऊर्जा को भी बढ़ावा देने पर मंत्रालय काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि भारत में बिजली के क्षेत्र में हुई प्रगति की चर्चा अब पूरी दुनिया में होने लगी है।
श्री सिंह ने इसके पूर्व एनपीजीसी की ओर से पुनर्वास तथा पुनरुद्धार कार्यक्रम और सामाजिक निगमित दायित्व के तहत औरंगाबाद जिले के 8 प्रखंडों में 11 करोड़ 32 लाख रुपए की लागत से निर्मित विभिन्न सड़क, स्वास्थ्य तथा अन्य विकास योजनाओं का उद्घाटन एवं लोकार्पण किया। संवाददाता सम्मेलन में सांसद एवं भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल, पूर्व विधान पार्षद राजन कुमार सिंह, एनटीपीसी पूर्वी क्षेत्र के कार्यकारी निदेशक प्रवीण सक्सेना, एनपीजीसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विजय सिंह एवं पूर्वी क्षेत्र के महाप्रबंधक(मानव संसाधन) हरजीत सिंह आदि उपस्थित थे।
(आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं. व्हाट्सएप ग्रुप पर जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें. Google News पर फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें)