औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर एक दिन, एक साथ एवं एक समय में तीन साहित्यिक संस्थाओं-साहित्यकुंज, श्री साहित्य एवं अपना भारत कवि सम्मेलन मंच द्वारा ऑनलाइन अखिल भारतीय कवि सम्मेलन आयोजित किया गया।
तीनों कार्यक्रमों के स्वागताध्यक्ष एवं साहित्यकुंज के महासचिव अरविन्द अकेला ने बताया कि श्री साहित्य मंच पर अध्यक्षता करते हुए पत्रकार प्रभात वर्मा ने कहा कि यदि जीवन को सफल बनाना है, तब योग करना अनिवार्य है जबकि साहित्यकुंज के मंच पर अध्यक्षता करते हुए पत्रकार कमल किशोर ने योग के महत्व पर प्रकाश डाला। अपना भारत कवि सम्मेलन मंच पर अध्यक्षता करते हुए वरीय कवयित्री गीता पांडेय(रायबरेली) ने कहा कि योग के बिना यह जीवन अधूरा रहता है। मुख्य अतिथि के रूप में औरंगाबाद के समाजसेवी अमिताभ सिंह, इटखोरी की प्रियंका वर्मा, एवं गुजरात के वरीय कवि चंद्र प्रकाश गुप्त चंद्र ष्ने योग पर अपने विचार प्रकट करते हुए कहा कि आने वाले समय में योग की उपयोगिता बढ़ेगी। विशिष्ट अतिथि के रूप में छत्तीसगढ़ के अभिनेता सुनीलदत्त मिश्र, इटखोरी के पत्रकार अनुज पांडेय एवं मुम्बई की वरीय रचनाकार अलका पांडेय ने अपने विचार रखे। रायबरेली के वरिष्ठ कवि आचार्य सूर्य प्रसाद शर्मा निशिहर ने सभी मंचों से हुए कार्यक्रम का उद्घाटन किया। साहित्यकुंज के मंच पर चित्रकूट की वरीय कवयित्री शशि यादव मंजरी, श्री साहित्य के मंच पर निशा अतुल्य व जितेंद्र कुमार चंचल ने जबकि अपना भारत कवि सम्मेलन मंच पर करिश्मा सिंह ने अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का कुशल संचालन किया। वरीय कवि अरविन्द अकेला ने आगत अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि-सभी जन जीवन में योग अपनायें, अपना तन मन स्वस्थ बनायें, फिट रहेगा सभी जन का जीवन, गर अपने जीवन में योग लायें। श्री अकेला की यह पंक्तियां काफी सराही गयी। तीनों कार्यक्रमों के संयोजक एवं साहित्यकुंज के कार्यकारी अध्यक्ष श्रीराम रॉय ने कहा कि देश के कोने-कोने के पांच दर्जन कवियों कवयित्रियों ने लोगों को योग के माध्यम से सुखी, स्वस्थ एवं निरोगी जीवन जीने की प्रेरणा दी।
कवि सम्मेलन में राजेश तिवारी मक्खन(झांसी), डॉ गुलाब चंद पटेल(गांधीनगर), डॉ. विजय लक्ष्मी(काठगोदाम), डाॅ. ब्रजेन्द्र नारायण द्विवेद्वी शैलेश(वाराणसी), शैलैष वाणिया शैल (आनंद), मीना जैन दुष्यंत(भोपाल), सविता मोदी मंडल, निशा अतुल्य, प्रतिभा इन्दु, स्वाति जैसलमेरिया(जोधपुर), आरती तिवारी सनत(नई दिल्ली), कलावती करवा (कूच बिहार), मधु भूतड़ा(जयपुर), रंजना बिनानी(असम), मधु वैष्णव(जोधपुर), सुनीता हेड़ा(जोधपुर), लखन लाल सोनी लखन(छतरपुर), करिश्मा सिंह(औरंगाबाद), कवयित्री अन्नपूर्णा मालवीय सुभाषिनी(प्रयागराज), मंगल कुमार जैन(उदयपुर), पाखी जैन, पारखी जैन, जितेन्द्र कुमार चंचल(हसपुरा), रमा बहेड़(हैदराबाद), डॉ बीना सिंह(छत्तीसगढ़), डॉ. राजेन्द्र सिंह विचित्र(रामपुर उत्तर प्रदेश), डॉ. रामचन्द्र, निर्मल जैन नीर, धनंजय जयपुरी, निशा अतुल्य, रूपेश कुमार, मिथिलेश कुमार सिंह(,वाराणसी,) कुमार अंचल, सनुक लाल यादव, डॉ. राजेन्द्र सिंह विचित्र(रामपुर उत्तर प्रदेश), प्रभाकर सिंह(नवगछिया), डॉ. सुषमा तिवारी(नोएडा), शाहाना परवीन(पटियाला), गीता पांडेय अपराजिता(रायबरेली), भेरू सिंह चैहान तरंग(झाबुआ मप्र.), डॉ. रश्मि शुक्ला(प्रयागराज), योगेश सिंह धाकरे चातक(अलिराजपुर), कृष्णा सेंदल प्रचंड, विद्या शंकर अवस्थी पथिक, मणि बेन द्विवेदी, सीता देवी, डाॅ. वत्सला(झालावाड़), सुरेन्द्र मिन्हास, गोवर्द्धन लाल बघेल, आदित्य अविरल, नंदलाल मणि त्रिपाठी पीतांम्बर(गोरखपुर), साहिबा मुन्नी पंकज(कोलकाता), आचार्य सुर्य प्रसाद शर्मा निशिहर, सुषमा सिंह, नेतलाल प्रसाद यादव(गिरिडीह), अर्चना अनुप्रिया(नई दिल्ली), शालिनी श्रीवास्तव(उतराखंड), भारती जोशी(हरिद्वार), जनार्दन मिश्र जलज(औरंगाबाद), रीतु प्रज्ञा(दरभंगा), कवयत्री अन्नपूर्णा मालवीय सुभाषिनी(प्रयागराज), रशीद अकेला, डॉ रजनी शर्मा चंदा, केवरा यदु मीरा, राजिम, आदित्य गुप्त पदयात्री(मिर्जापुर), रजनी वर्मा(भोपाल), सुरभि जैन(देहरादून), सुनील दत्त मिश्र(छत्तीसगढ़), गोपाल मिश्र, ललिता कुमारी वर्मा अविरल, अशोक कुमार शुक्ला आदि ने योग से सम्बंधित काव्य पाठ किया। अंत मे संयोजक श्रीराम रॉय के द्वारा आगत अथितियों को सम्मान पत्र से सम्मानित किया गया।