पारस की पीड़िता को न्याय के लिए भारी बारिश एवं आंधी के बीच AISF ने निकाला प्रतिरोध मार्च

  • पारस की पीड़िता को न्याय एवं महिलाओं पर बढ़ते हमले के खिलाफ निकाला मार्च,
  • न्यायिक जांच करा न्याय सुनिश्चित करे सरकार

पटना(लाइव इंडिया न्यूज18 ब्यूरो)। भारी बारिश एवं आंधी के बीच एआईएसएफ ने प्रतिरोध मार्च निकाला और बारिश में भींगते हुए रोषपूर्ण प्रदर्शन किया। पारस अस्पताल में घटी घटना व पीड़िता की मौत के बाद पीड़िता को न्याय दिलाने एवं राज्य में महिलाओं पर बढ़ते हमले के खिलाफ आज पटना में प्रतिरोध मार्च निकाला।

प्रतिरोध मार्च में शामिल लोगों ने घटना की न्यायिक जांच करा न्याय कराओ, घटना की जांच करा घटना में शामिल लोगों पर बलात्कार व हत्या का मुकदमा दर्ज करो,पारस जैसे निजी अस्पतालों को आपदा के वक़्त तत्काल सरकार द्वारा अधिग्रहित कर एवं हर व्यक्ति का इलाज सुनिश्चित करो, दरभंगा के कुशेश्वरस्थान में नाबालिग लड़की से बलात्कार व वीडियो वायरल करने वाले दोषियों को सजा दो, नारे लगाए। एआईएसएफ व बिहार महिला समाज के आह्वान पर विपरीत परिस्थितियों में प्रतिरोध मार्च स्टेशन गोलंबर से निकला एवं गोलंबर का चक्कर लगा महावीर मंदिर के समीप सभा भी किया गया।

सभा को संबोधित करते हुए एआईएसएफ के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव विश्वजीत कुमार ने कहा कि जिस तरीके से इलाज के दौरान बलात्कार की घटना सामने आई। पुनः इलाज के दौरान पीड़िता की हालत बिगड़ती चली गई । पूरे मसले की हाईकोर्ट के सिटिंग जज से न्यायिक जांच कराने से हीं सच्चाई सामने आ पाएगी।

पीड़ित परिवार को पर्याप्त सुरक्षा की मांग करते हुए उन्होंने कहा कि कोरोना आपदा की घड़ी में जिस तरीके से मानवता शर्मसार हुई है। सरकार के संरक्षण में कितनी हत्याएं हो हो रही है। सरकार को पारस जैसे सभी निजी अस्पतालों को अधिग्रहित कर हर व्यक्ति का इलाज अपनी देखरेख में कराना सुनिश्चित करना चाहिए। दरभंगा की सामाजिक कार्यकर्ता प्रियंका झा ने कहा कि यह कितना हैरतअंगेज है कि पीड़िता की तबियत बिगड़ने के बाद इलाज के लिए पैदल चलकर आती है।

इलाज के दरम्यान लगभग दो लाख रुपए पीड़िता से ली जाती है। बलात्कार का मसला सामने आने पर हॉस्पिटल प्रबंधन पूरे मसले को दबाना चाहता है और पुनः हालत बिगड़ने लगती है और अंत में पीड़िता की दो दिनों में हीं मौत हो जाना बहुत सारे सवालों को जन्म देता है।

मौके पर सीपीआई के राज्य कार्यकारिणी सदस्य गजनफर नबाब, सामाजिक कार्यकर्ता रचना विभा झा, युवा नेता प्रमोद नंदन, सुरेन्द्र कुमार, मुन्ना कुमार, चंद्रभूषण झा, संदीप कुमार, सोनू कुमार,अमित आनंद भी मौजूद थे।