ABVP का दो दिवसीय प्रांतीय अधिवेशन पटना में आज से, शिक्षा नीति व विद्यार्थियों के समस्याओं पर होगा चर्चा

पटना(लाइव इंडिया न्यूज18 ब्यूरो)। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) बिहार प्रदेश द्वारा 9-10 जनवरी को प्रांतीय अधिवेशन का राजधानी पटना के प्रेमचंद रंगशाला में आयोजन किया गया है। अधिवेशन को लेकर परिषद ने सारी तैयारी पूरी कर ली है। हर जिले से चुने हुए प्रतिनिधि अधिवेशन में भाग लेंगे। अधिवेशन की जानकारी देने के लिए विद्यार्थी परिषद के प्रांत कार्यालय में प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया। इस प्रेस वार्ता में अधिवेशन के स्वागत समिति के अध्यक्ष दीपक चौरसिया, स्वागत समिति के मंत्री अभिषेक ओझा, अभाविप पटना के महानगर अध्यक्ष अखिलेश गुप्ता, महानगर मंत्री रजनीश कुमार तथा अधिवेशन के व्यवस्था प्रमुख सुधांशु भूषण झा उपस्थित रहे।

प्रेस वार्ता को संबोधित करते विद्यार्थी परिषद के नेता।
प्रेस वार्ता को संबोधित करते विद्यार्थी परिषद के नेता।

वार्ता को सम्बोधित करते हुए स्वागत समिति के अध्यक्ष दीपक चौरसिया जी ने बताया कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का मूल उद्देश्य राष्ट्रीय पुननिर्माण है। स्थापना काल से ही परिषद ने सदैव छात्र हित एवं राष्ट्र हित से जुड़े प्रश्नों को प्रमुखता से उठाया है और देशव्यापी आंदोलनों का नेतृत्व किया है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने छात्र-हित से लेकर भारत के व्यापक हित से सम्बद्ध समस्याओं की ओर बार बार ध्यान दिलाया है।

उन्होंने बताया कि की अभाविप बिहार प्रदेश का प्रांत अधिवेशन क्रमशः 9 और 10 जनवरी 2021 को पटना के प्रेमचंद्र रंगशाला में आयोजित होगा जो कि कल 9 जनवरी को 2:00 बजे से शुरू होगा और 10 जनवरी को 4:00 बजे संपन्न होगा। उन्होंने बताया कि इस दो दिवसीय प्रांत अधिवेशन में हर जिले के प्रमुख कार्यकर्ता उपस्थित होंगे। यह अधिवेशन कोरोना काल में पूरी तरह से सरकारी नियमों के अनुरूप ही आयोजित किया जा रहा है और यहां सोशल डिस्टेंसिंग, सैनिटाइजेशन, मास्क तथा थर्मल इमेजिंग इत्यादि को सुनिश्चित करने के साथ ही इसे आयोजित किया जाएगा।

इस अधिवेशन में शिक्षा नीति पर जमकर चर्चा होगी, संगठनात्मक दृष्टि को मजबूती प्रदान करने के लिए भविष्य में होने वाली कार्य योजना पर चर्चा होगी।सभी उपस्थित अतिथि अपनी अपनी विषय वस्तु को छात्रों के समक्ष रखेंगे। यह अधिवेशन 1989 के बाद 32 वर्षों बाद पाटलिपुत्र की पवित्र भूमि पर आयोजित की जा रही है यह बड़े ही सौभाग्य की बात है कि बिहार प्रदेश से शिक्षा नीति तथा राष्ट्र नीति पर विचार विमर्श किया जाएगा ।

उन्होंने बताया कि अभाविप एक ऐसा छात्र संगठन है जो अपने सिद्धांतों के साथ-साथ राष्ट्र और संस्कृति को भी साथ लेकर चलता है । उन्होंने बताया कि आज भी भारतीय छात्रों का दबदबा पूरे विश्व में अनुभव किया जाता है पर भारतीय मूल के छात्रों में राष्ट्रीयता की भावना की कमि भी दिखाई देती है इसीलिए अभाविप का छात्र जीवन में भूमिका और भी प्रबल हो जाती है और यह छात्रों में राष्ट्रीयता की भावना को ओतप्रोत करता है ताकि छात्र आगे के जीवन में भी राष्ट्रहित के अनुरूप क्रियाशील हो सकें। इसी उद्देश्य से अभाविप सक्रिय रहता है। इस प्रांतीय अधिवेशन में दो प्रस्ताव पारित होंगे।

यह प्रस्ताव शिक्षा नीति और राष्ट्र नीति से संबंधित होंगे इसके साथ ही अभी के समय में छात्रों को स्वयं को रोजगार देना, छात्र जीवन में चौमुखी विकास इत्यादि विषयों पर भी दिशा प्रदान की जाएगी। उन्होंने प्रकाश डाला कि कोरोना काल में अभाविप के छात्रों ने प्रधानमंत्री केयर फंड में 36 लाख की निधि समर्पण की थी लाखों मास्क बनाकर सामान्य जनता में वितरित की थी तथा प्रवासी मजदूरों की वापसी के समय उनके साथ हर कदम पर साथ रहे थे इस प्रांत अधिवेशन में एक पूर्ण विभाग भी है जहां मास्क की व्यवस्था सैनिटाइजेशन की व्यवस्था थर्मल स्कैनिंग की व्यवस्था इत्यादि सुनिश्चित की गई है।

सम्पूर्ण बिहार छात्र- संगम के साथ राष्ट्रीय एकात्मता के भाव से आयोजित यह प्रांतीय अधिवेशन नव तरुणाई में भारत को पुनः विश्वगुरु बनाने एवं परम वैभव के शीर्ष पर पदस्थापित करने के संकल्प को मजबूती प्रदान करेगा। छात्र – छात्राओं, शिक्षकों एवं शिक्षाविदों के सहभागिता का यह अनूठा अधिवेशन सभी के लिए अत्यंत उत्साहवर्धक , प्रेरणादायी एवं ज्ञानार्जन करने वाला होगा। साथ ही यह प्रांतीय अधिवेशन ज्ञानभूमि पाटलीपुत्र के स्वर्णिम और गौरवशाली इतिहास को रेखांकित भी करेगा।