औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। अंर्तराष्ट्रीय महिला दिवस पर अभाविप की छात्रा कार्यकर्ताओं द्वारा महिला सशक्तिकरण प्रतिभा निखार सेमिनार का आयोजन किया गया।
सेमिनार में सभी छात्राओं ने कलाकृति के माध्यम से महिलाओं पर स्लोगन व कविताएं लिखी। सेमिनार में महिलाओं के विषय पर बातें रखी। कार्यक्रम में मां सरस्वती छात्रावास की डॉ. अमृता ने कहा कि आज का दिन महिलाओं की उपलब्धियों को समर्पित है। कुछ लोगों को यह भ्रम है कि महिलाओं को उसकी शक्ति का एहसास कराना पड़ता है। कुछ लोगों को यह भ्रम है कि महिलाओं को सशक्त होना पड़ता है, कराना पड़ता है तो मैं उन लोगों को बता दूं कि महिलाओं को सशक्त कराने की आवश्यकता नहीं बल्कि महिला खुद को सशक्त बनाने के लिए खुद में ही सक्षम है। जब इस देश में पीवी सिंधु विश्व चैंपियनशिप जीतती हैं। जब इस देश में वित्त मंत्री के पद पर पहली बार कोई महिला विराजमान होती है तो मुझे महिला होने पर गर्व होता है।
अभाविप की प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य आशिका सिंह ने कहा कि आज की महिलाएं जीवन के हर क्षेत्र में पुरुषों से कंधे से कंधा मिलाकर चल ही नहीं रही बल्कि धीरे-धीरे उनसे आगे निकल रही है। अब भी कई ऐसी चुनौतियां हैं जो उनके कदमों को रोकने का काम कर रही है। वैसे तो हर क्षेत्र में महिलाओं ने अपनी काबिलियत हुनर मजबूत इच्छाशक्ति से हर चुनौती का चकनाचूर कर दिया है जो उनकी तरक्की में बाधा पहुंचाने का काम करता है लेकिन अब भी कई ऐसी चुनौतियां हैं जिससे वह जूझ रही है। जैसे शिक्षा ना मिल पाना अपने देश में बड़ी संख्या में लड़कियां अपनी शिक्षा को पूरा नहीं कर पाते हैं। आज भी लड़कियों को अपने जीवन के हर क्षेत्र में कई तरह के भेदभाव का सामना करना पड़ता है। कार्यक्रम में मुख्य रूप से सरिता वर्मा, काजल, निशा रानी, सरिका, रूपा, मनीषा, रूपाली, सोनम सिन्हा, शालिनी, प्रिया, सौम्या, आरुषि व अन्य महिलाएं भी शामिल रही।