औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। मगध विश्वविद्यालय के उदासीन रवैये से प्रवेश, परीक्षा और परिणाम में भारी गड़बड़ी के खिलाफ शुक्रवार को छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने शहर के सच्चिदानंद सिंहा महाविद्यालय में विरोध प्रदर्शन किया एवं विश्वविद्यालय के कुलपति तथा परीक्षा नियंत्रक का पुतला दहन किया।
https://liveindianews18.in/hardcore-naxalite-arrested-from-rafiganj-market/प्रदर्शन का नेतृत्व संगठन के कॉलेज उपाध्यक्ष अंकित कुमार ने किया। प्रदर्शन के दौरान सिंहा काॅलेज छात्रसंघ की अध्यक्ष आशिका सिंह ने कहा कि पीजी वोकेशनल एवं ट्रेडिशनल कोर्स के हजारों छात्रों का रिजल्ट 5 सालों से पेंडिंग है। छात्र महाविद्यालय से लेकर विश्वविद्यालय तक दर-दर भटक रहे हैं लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है। ऐसे में छात्रों का भविष्य पूरी तरह से अंधकार में हो गया है। रिजल्ट न आने के कारण वे आगे की उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए न कही नामांकन ले सकते हैं और न ही किसी भी नौकरी के लिए अप्लाई कर सकते हैं। ऐसे में छात्र अपने भविष्य को लेकर काफी चिंतित और असहाय महसूस कर रहे हैं। इसके बावजूद महाविद्यालय से लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन तक के कानों पर जूं नहीं रेंग रहा है। अगर जल्द से जल्द पेंडिंग रिजल्ट नहीं आए तो सभी छात्र विश्वविद्यालय में भूख हड़ताल पर में बैठने पर मजबूर होंगे।
वही प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य सतीश कुमार सिंह ने कहा कि मगध विश्वविद्यालय छात्रों का शोषण कर रहा हैं। रजिस्ट्रेशन में भारी गड़बड़ी है। जिन छात्रों के रिजल्ट आ रहे हैं, उनके रिजल्ट पर रजिस्ट्रेशन नंबर ही अंकित नहीं है। इस कारण भी छात्र दर-दर भटक रहे हैं क्योंकि उनका रिजल्ट आने के बाद भी रजिस्ट्रेशन नंबर के बिना बेकार है। कहा कि पीजी में ऑनलाइन नामांकन के समय सूचना निःशुल्क नामांकन का था लेकिन डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के समय 2 दिन पहले अचानक 7000 फीस की सूचना देना छात्रों का शोषण है। एक तरफ सरकार छात्राओं को निःशुल्क शिक्षा देने की बात कर रही है। वही दूसरी ओर इतनी ऊंची रकम की फीस लेना कहीं न कहीं से विश्वविद्यालय की मनमानी को दर्शाता है। प्रदर्शन में नगर मंत्री कुणाल कुमार, नगर सह मंत्री मनुराज, पवन कुमार, प्रभात कुमार, अभिराज, मनजीत कुमार एवं विश्वजीत कुमार आदि शामिल रहे।