रामनरेश यादव के निधन पर वार में शोक की लहर, पसरा सन्नाटा

मदनपुर(औरंगाबाद)(लाइव इंडिया न्यूज18 ब्यूरो)। बसपा के लोकसभा प्रत्याशी रहे और वार पंचायत के पूर्व मुखिया रामनरेश यादव के निधन पर पूरे क्षेत्र में शोक की लहर है। वार बाजार समेत अन्य बाजार स्वतः बंद कर लोगों ने शोक जताया। पारिवारिक लोगो और जिला परिषद सदस्य शंकर यादवेंदु ने बताया कि पूर्व मुखिया राम नरेश यादव अपने छोटे बेटे शिवम कुमार को राजस्थान कोटा में इजीनियरिंग की तैयारी को लेकर नामांकन कराने गये थे।

वहां से हवाई जहाज से पटना लौटने के क्रम में हार्ट अटैक हुआ और उन्हें एक निजी क्लिनिक में इलाज के लिए 8 अप्रैल को भर्ती कराया गया।जहां सोमवार के अहले सुबह अंतिम सांस ली। वे 52 वर्ष के थे।रामनरेश यादव साक्षरता अभियान से सामाजिक सरोकार से जुड़े और राजनीतिक कैरियर बनाने में रहे। वे हमेशा गरीबों के हक और अधिकार के लिए संघर्ष करते रहे। वर्ष 2001 में वार पंचायत के मुखिया चुने गए। इसके बाद इसी पंचायत से उनकी पत्नी मुखिया रहीं।

नरेश यादव बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर औरंगाबाद लोकसभा के प्रत्याशी रहे थे। तब से सार्वजनिक जीवन जी रहे थे। इनके दो बेटे और तीन बेटियां हैं। एक बडा बेटा शादीशुदा है जो नोएडा में पढ़ता है। छोटे बेटे का कोटा में नामांकन कराने गये थे और फिर वे घर लौट कर नहीं आए बल्कि उनकी पार्थिव शरीर आया। उनके निधन पर पूर्व विधायक सुरेश मेहता, पूर्व राजद जिलाध्यक्ष कौलेश्वर यादव, रविन्द्र कुमार यादव, लालदेव यादव, पिपरौरा पंचायत के मुखिया दयानंद कुशवाहा, अनिल गिरि, धीरेन्द्र कुमार गिरि और जिला परिषद सदस्य शंकर यादवेंदु, शंभु यादव सहित काफी संख्या लोगो ने पुष्प  अर्पित कर श्रद्धासुमन अर्पित किया। सभी लोगो ने गहरा शोक व्यक्त किया।