औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। बिहार सरकार के खान एवं भूतत्व विभाग के मंत्री-सह-औरंगाबाद के प्रभारी मंत्री जनक राम की अध्यक्षता में जिले में कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम एवं लॉकडाउन के विभिन्न बिंदुओं पर विचार विमर्श करने हेतु जिले के सभी जनप्रतिनिधियों, जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक के साथ वर्चुअल बैठक संपन्न हुई।
बैठक में जिले में कोविड की वर्तमान स्थिति पर विमर्श किया गया। साथ ही सभी जनप्रतिनिधियों ने इस वैश्विक महामारी की रोकथाम एवं जिले में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने हेतु अपने अपने सुझाव रखे। इस दौरान जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल ने बताया कि वर्तमान में जिले को प्राप्त सम्पूर्ण वैक्सीन की सम्पूर्ण डोज नागरिको को दे दी गई है। साथ ही लॉकडाउन का सख्ती से अनुपालन कराया जा रहा है। जिले में वर्तमान में लगभग 2800 एक्टिव केस है जिनमे से 40 गंभीर मरीज कोविड केयर सेंटर में भर्ती है। ऑक्सीजन और दवाईयों की जिले में कोई कमी नही है। फ्लो मीटर की केवल आवश्यकता है जिसे विभाग से भेजा जा रहा है। जिले में 4 बेड का आईसीयू पिछले कई वर्षों से बंद पड़ा था। पिछले 6 माह में इस आईसीयू की सभी खराब मशीनों को ठीक करवा दिया गया। इसके लिए आवश्यक डॉक्टर और टेक्निकल स्टाफ जिले में पदस्थापित नही थे। इस आवश्यकता को देखते हुए दिल्ली एम्स के डॉक्टरों से बात की गई और यहां के कुछ डॉक्टर को प्रशिक्षण दिलवाया गया। प्रशिक्षण वर्तमान में भी जारी है और आईसी यू को अब प्रारम्भ कर दिया गया है। कहा कि जिले में आरटीपीसीआर लैब स्थापित करने का भी प्रयास जारी है। इसके लिए सिविल कार्य पूर्ण है किंतु आरएनए एक्सट्रेक्टर मशीन को विभाग के द्वारा विदेश से मंगाया जा रहा था। दो दिन पहले मशीन दिल्ली पहुंच पाई है। अगले कुछ दिनों में औरंगाबाद को प्राप्त हो जाएगी। साथ ही टेस्ट के लिए आवश्यक दूसरी मशीन अभी गया में है जो गया के आरएनए एक्सट्रेक्टर का प्रयोग कर औरंगाबाद के सैम्पल का टेस्ट कर रही है। जिले में लॉकडाउन के दौरान संचालित सामुदायिक रसोई के बारे में भी उन्होने बताया। वही जनप्रतिनिधियों ने सुझाव रखा कि सामुदायिक किचन के भोजन का वितरण गांव में लगाए जाने वाले साप्ताहिक हाट बाजारों में भी कराया जाए। साथ ही औरंगाबाद जिले के छोटे मार्केट में भी भोजन की व्यवस्था होनी चाहिए परंतु यह ध्यान रखा जाए कि वहां भीड़ न लगे। यह भी बताया गया कि औरंगाबाद जिले में 4 मुख्य कोविड केयर सेंटर चलाए जा रहे हैं। जनप्रतिनिधियों द्वारा यह आग्रह किया गया कि जिले के अन्य पीएचसी एवं रेफरल अस्पतालों में भी कोविड के मरीजों के इलाज की सुविधा उपलब्ध कराई जाय। साथ ही इन केंद्रों पर पर्याप्त मात्रा में मास्क, ग्लब्स, पीपीई कीट, कोविड मेडिसिंस, ऑक्सीजन सिलेंडर आदि उपलब्ध कराया जाय। जिलाधिकारी द्वारा बताया गया कि और सिलेंडर प्राप्त करने का प्रयास किया जा रहा है और शीघ्र ही सभी ब्लॉक में कोविड का ईलाज संभव हो सकेगा। इसके अतिरिक्त जिले के सदर अस्पताल में डॉक्टर की अत्यधिक कमी थी तथा कुछ डॉक्टर अनुपस्थित थे तथा कुछ पॉजिटिव हो गए थे। वर्तमान में अनुपस्थित डॉक्टर पर कार्रवाई की जा रही है और नए डॉक्टर इस माह की 10 तारीख को विभागीय निर्देश पर बहाल किये गए है। आने वाले समय मे स्थिति में और सुधार होगा। बैठक में सांसद सुशील सिंह ने कहा कि आईसीयू के लिए इस क्षेत्र के प्रतिनिधि लगातार प्रयास कर रहे थे। इसे अब व्यवस्थित रूप से चालू रखा जाय। साथ ही आरटीपीसीआर लैब को भी जल्द ही विभागीय समन्वय से स्थापित किया जाय। पुलिसिया कार्रवाई में कुछ मजबूरीवश बाहर निकले नागरिकों पर भी कार्रवाई हो रही है जिससे जनता को परेशानी हो रही है। इस पर ध्यान देने की आवश्यकता है। शहर में ऑक्सीजन प्लांट और लगाए जाए ताकि आने वाले समय मे भी हम लोग महामारी का ठीक से सामना कर पाए। दवाओं की उपलब्धता पर भी लगातार नजर में रखा जाय और डॉक्टर बहाली की प्रक्रिया में तेजी लाई जाय। इसके अतिरिक्त कुछ स्थानों पर पेयजल की समस्या है जिस पर भी विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। अवैध बालू पर कार्रवाई में कड़ाई बरतने की आवश्यकता है। कोविड का फायदा उठाकर कुछ लोग इस धंधे में लिप्त है जिन पर लगाम लगाने की आवश्यकता है। नबीनगर के विधायक विजय कुमार सिंह उर्फ डबलू सिंह ने सुझाव दिया कि जिले में आईसीयू सेवा लगातार जारी रहनी चाहिए। साथ ही हमारे जिले में भी एक मेडिकल कॉलेज खोला जाना चाहिए। स्वास्थ्य सुविधाओं को और अधिक मजबूत करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि जिले में सभी एएनएम, नर्स को ऑक्सीजन सिलेंडर की सेटिंग करने का प्रशिक्षण देने की आवश्यकता हैं। साथ ही आम आदमी को भी इसकी जानकारी दी जानी चाहिए। नबीनगर क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं को सुदृढ़ करने के लिए एनटीपीसी जैसी संस्थाओं से भी सहयोग लिया जाना चाहिए। लॉकडाउन के दौरान दाउदनगर, बभंडीह, बारुण आदि जगहों पर चल रहे अवैध बालू खनन पर भी कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। साथ ही बालू माफियाओं पर भी कार्रवाई होनी चाहिए।
वही औरंगाबाद के विधायक आनंद शंकर सिंह ने कहा कि कोविड-19 टीकाकरण में अधिकाधिक ध्यान देने की आवश्यकता है। वैक्सीन को स्थानीय स्तर पर पहुंचाने की भी व्यवस्था होनी चाहिए। इसके संबंध में लोगों के बीच जागरुकता का प्रसार भी किया जाना चाहिए। साथ ही होम आइसोलेशन की व्यवस्था को और सशक्त करने की आवश्यकता है। होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों को भी ऑक्सीजन सिलिंडर की आवश्यकता पड़ती है। ऐसे में जिला नियंत्रण कक्ष में भी सिलिंडर उपलब्धता होनी चाहिए। साथ ही आग्रह किया कि लॉकडाउन के दौरान प्रतिनियुक्त पुलिस पदाधिकारी एवं अन्य पदाधिकारियों को इस वैश्विक महामारी के दौर में लोगों का सहयोग करने हेतु सख्त निर्देश देने की आवश्यकता है। कड़ाई के साथ मानवीय पहलू का भी ध्यान रखा जाना चाहिए। वही ओबरा के विधायक ऋषि कुमार ने जिले में टीके की उपलब्धता के बारे में जानकारी मांगी। साथ ही कहा कि केंद्र सरकार से टीके के आवंटन में वृद्धि की जानी चाहिए और लोगो को भी इसके लाभ के लिए जागरूक किया जाना चाहिए। लोगों को घरेलू उपचार की जानकारी भी अधिक से अधिक दी जानी चाहिए। जिले में कोविड-19 के रेमडेसीविर इंजेक्शन की प्राप्ति की प्रक्रिया को निर्धारित किया जाए। साथ ही इस वैश्विक महामारी के दौर में चिकित्सकों की बहाली की प्रक्रिया में तेजी लाई जाए। वही रफीगंज के विधायक नेहालुद्दीन ने सामुदायिक किचन के बारे में जानकारी मांगी और सुझाव दिया कि एक जगह खिलाने के स्थान पर घूम घूम कर इसका वितरण होना चाहिए ताकि कोविड का संक्रमण भी रोका जा सके। इसके अतिरिक्त प्रखंड स्तर पर ईलाज की व्यवस्था को सुदृढ़ करने की आवश्यकता है। गोह के विधायक भीम कुमार ने पेयजल की समस्या पर ध्यान दिलाया। इसके अतिरिक्त हसपुरा के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की प्रभारी की अनुपस्थिति की शिकायत की। साथ ही फाग और पौथु के अस्पताल को प्रारंभ करने का अनुरोध भी किया। बैठक में प्रभारी मंत्री ने कहा कि कम्युनिटी किचन को गंभीरता से लेने की आवश्यकता है तथा छोटे-छोटे बाजारों में भी इसकी व्यवस्था की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि कई जगहों पर पेयजल की समस्या आ रही है। इसके लिए नल जल योजना की जांच कराने की आवश्यकता है। अवैध बालू खनन पर रोक के लिए स्थल निरीक्षण कर कार्रवाई की जाएगी। पुलिस और खनन विभाग को इसमे और कड़ाई करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि औरंगाबाद जिले के कुछ बाजारों में लॉकडाउन का पालन नहीं किया जा रहा है जिस पर सख्ती से कार्रवाई करने की आवश्यकता है। बैठक में औरंगाबाद के सांसद सुशील कुमार सिंह, औरंगाबाद के विधायक आनंद शंकर सिंह, कुटुंबा के विधायक राजेश कुमार, गोह के विधायक भीम सिंह, ओबरा के विधायक ऋषि कुमार, नबीनगर के विधायक विजय सिंह, रफीगंज के विधायक मो. निहालउद्दीन, विधान पार्षद राजन कुमार सिंह, अपर समाहर्ता आशीष कुमार सिन्हा, पुलिस अधीक्षक सुधीर कुमार पोरिका, औरंगाबाद के एसडीएम डॉ. प्रदीप कुमार, दाउदनगर की एसडीएम अनुपम सिंह, जिला परिवहन पदाधिकारी अनिल कुमार सिन्हा, एसडीपीओ अनूप कुमार, आपदा प्रभारी डॉ. फतेह फैयाज, सिविल सर्जन डाॅ. अकरम अली एवं स्वास्थ्य विभाग के अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।