औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज़ 18 )। औरंगाबाद के सभी बीएड कॉलेजों के सत्र 2018-20 के छात्रों की एक संगोष्ठी गुरूवार को शहर के सच्चिदानंद सिंहा कॉलेज के प्रांगण में संपन्न हुई। संगोष्ठी की अध्यक्षता मगध विश्वविद्यालय के सीनेट सदस्य दीपक कुमार ने की। संगोष्ठी में बीएड में लगने वाले शुल्क को कम करने पर चर्चा की गयी। बैठक में निर्णय लिया गया कि कोविड-19 महामारी में जिस प्रकार से ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय में शुल्क को कम किया गया, उसी प्रकार मगध विश्वविद्यालय में बीएड- 2018 से 20 के सभी छात्रों का शुल्क कम किया जाए। बैठक में मगध विश्वविद्यालय के सीनेट सदस्य दीपक कुमार ने कहा कि वर्तमान कोविड-19 महामारी से उत्पन्न विषम परिस्थिति को देखते हुए मगध विश्वविद्यालय को बीएड के शुल्क कम कर देना चाहिए। यह शुल्क निजी कॉलेजों से सांठगांठ कर उनको अधिक मुनाफा देने हेतु बढ़ाया गया है जबकि पूरे देश में कोरोना संक्रमण के कारण हुए लॉकडाउन से आर्थिक मंदी की भयावह स्थिति है। गरीब छात्र-छात्राएं बढ़े हुए शुल्क को देने में असमर्थ हैं। कोविड-19 महामारी में उत्पन्न परिस्थितियों को देखते हुए ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के द्वारा शुल्क कम कर दिया गया। इसी तर्ज पर मगध विश्वविद्यालय को भी शुल्क कम करना चाहिए ताकि छात्रों को राहत मिल सके। कोरोना को लेकर इस मामले में कटौती के बाबत केंद्र और राज्य सरकार तथा यूजीसी आदि ने भी छात्रों को सहूलियत देने का निर्देश दे रखा है। छात्रों को बढ़ा हुआ फिस बिना जमा किए फॉर्म भरने की अनुमति भी दी जा सकती है। वही कॉलेज के दबाव में जिन छात्रों ने बढ़ा हुआ शुल्क जमा कर फॉर्म भर लिया है, उन छात्रों को शुल्क वापस किए जाने का भी प्रावधान है। फिर भी मगध विश्वविद्यालय प्रशासन पर इन निर्देशों का कोई असर नहीं है। यदि इसी तरह से चलता रहा तो आने वाले समय में छात्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। इस अवसर पर जसवंत कुमार, मनीष कुमार, पीयूष कुमार, अभय कुमार, सुनील कुमार, शुभम कुमार समेत कई छात्र उपस्थित रहे।