रफीगंज(औरंगाबाद)(लाइव इंडिया न्यूज ब्यूरो)। रफीगंज के कासमा में कासमा मंडल भाजपा का दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता भाजपा के कासमा मंडल अध्यक्ष प्रदीप कुमार चैरसिया ने की जबकि संचालन मंडल महामंत्री शिवनारायण साव ने किया।
कार्यक्रम का शुभारम्भ डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी और पंडित दीनदयाल उपाध्याय के .चित्र पर पुष्पांजलि अर्पण, दीप प्रज्ज्वलनएवं राष्ट्र गान गाकर किया गया। कार्यक्रम में वक्ताओं ने भाजपा के विकास कार्यो का वर्णन किया और बताया कि भारतीय जनता पार्टी की स्थापना साल 1980 में हुई। इसके मूल में श्यामा प्रसाद मुखर्जी द्वारा 1951 में निर्मित भारतीय जनसंघ था। इसके संस्थापक अध्यक्ष अटल बिहारी वाजपेयी रहे, जबकि मुस्लिम चेहरे के रूप में सिकंदर बख्त महासचिव बने। वही 1984 के चुनाव में भाजपा की मात्र 2 सीटें थीं, लेकिन वर्तमान में सर्वाधिक राज्यों में भाजपा की खुद की या फिर उसके समर्थन से बनी हुई सरकारें हैं। 2014 के लोकसभा चुनाव के बाद भाजपा कांग्रेस के बाद देश की एकमात्र ऐसी पार्टी बनी जिसने चुनाव भले ही गठबंधन साथियों के साथ लड़ा, लेकिन 282 सीटें हासिल कर अपने बूते बहुमत हासिल किया। 80 के दशक में जब बीजेपी का गठन हुआ और पार्टी ने एक राजनीतिक पार्टी के तौर पर पहला लोकसभा चुनाव लड़ा तो पार्टी के खाते में महज दो सीटें ही आई थी। अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण अडवाणी से होते हुए आज पार्टी नरेंद्र मोदी की अगुवाई तक पहुंच गई है। 6 अप्रैल,1980 को बीजेपी यानी भारतीय जनता पार्टी की स्थापना हुई। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को बीजेपी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया। भारतीय जनता पार्टी तो 1980 में बनी लेकिन इससे पहले ही 1951 में श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने कांग्रेस से अलग होकर भारतीय जनसंघ बनाया था। हालांकि 1952 के लोकसभा चुनाव में जनसंघ को सिर्फ 3 सीटें मीली थी। इसके बाद जनसंघ का संघर्ष चलता रहा और जब देश में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने आपातकाल लगाया तो जनसंघ ने कांग्रेस के विरोध में आवाज और तेज कर दी। तभी इस पार्टी ने 1977 के लोकसभा चुनाव में जीत हासिल की और मोरारजी देसाई को प्रधानमंत्री बनाया गया। हालांकि तीन साल में ही देसाई को हटना पड़ा और फिर जनसंघ के लोगों ने 1980 में ही बीजेपी बनाई।
जब भारतीय जनता पार्टी बनी तो उस वक्त अटल बिहारी वाजपेयी अध्यक्ष बने। 1984 में हुए 8वें लोकसभा चुनाव के दौरान बीजेपी को राष्ट्रीय चुनाव में उतरने का अधिकार मिल गया। इस चुनाव में बीजेपी के खाते में महज दो सीटें आई, लेकिन 1984 के चुनाव में दो सीट, 1989 में 85 सीट तो वहीं 1991 में राम मंदिर की लहर ने पार्टी को 120 सीटें दिलाई। इसके बाद भी पार्टी की सीटें लगातार बढ़ती रही। 1996 में 161 सीट, 1998 में 182 सीटें मिली। इसके बाद साल 2014 में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बीजेपी ने इतिहास रचा। पार्टी को 282 लोकसभा सीटें मिली। वहीं 2019 में 303 सीटें जीतकर बीजेपी ने हर तरफ कमल खिला दिया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप पार्टी के जिला उपाध्यक्ष राकेश सिंह, सिद्धनाथ मिश्रा, रविन्द्र शर्मा, आलोक सिंह, मौजूद रहे। वही इन लोगों ने बताया कि आज भाजपा की सरकार है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आदेशानुसार यह कार्य हो रहा है। कार्यक्रम में भाजपा ग्रामीण मंडल अध्यक्ष सुबोध कुमार सिंह, उपाध्यक्ष शशि कुमार, रिशु सिंह, शक्ति केंद्र प्रमुख संतोष पाठक, किसान मोर्चा अध्यक्ष दिनेश सिंह, भाजपा के वरिष्ठ नेता रमेश सिंह, सिनू गुप्ता, महिला मोर्चा अध्यक्ष बबीता सैनी, शक्ति केंद्र प्रमुख गुड़िया देवी, उपेंद्र सिंह, कमलेश शर्मा, मुरारी प्रसाद, चंद्रशेखर मिश्रा, शंकर दयाल सिंह, अजय सिंहा, मुन्ना चैरसिया एवं प्रमोद शर्मा समेत दर्जनों कार्यकर्ता शामिल रहे।