पूर्णिया। पूर्णिया प्राइवेट शिक्षक संघ के द्वारा जिला पदाधिकारी की अनुपस्थिति में जिलाधिकारी कार्यालय में एक ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन के माध्यम से शिक्षकों के द्वारा कहा गया कि विगत मार्च महीने से ही शहर के सभी कोचिंग संस्थान बंद पड़े हैं। अब जबकि लगभग सभी आर्थिक गतिविधियों को शुरू कर दिया गया है तो कुछ नियम एवम शर्तों के साथ कोचिंग संस्थानों के संचालन का आदेश दिया जाए।
संस्थान बंद होने के बाद से ही बच्चों की पढ़ाई रुक गई जिससे उनका भविष्य अधर में लटका है। साथ ही सभी शिक्षकों के आय के स्रोत भी बंद हो गए जिससे उनके लिए परिवार का गुज़र बसर करना भी मुश्किल हो गया है। निजी शिक्षक गंभीर आर्थिक एवम मानसिक तनाव से गुज़र रहे हैं। शिक्षक संघ के द्वारा एक ज्ञापन कार्यपालक अभियंता (विद्युत विभाग, पूर्णिया) को भी दिया गया। जिसमें कहा गया कि मार्च महीने में संस्थान बंद होने के साथ ही बिजली का उपभोग भी नहीं हुआ।
लेकिन इस स्थिति में भी lockdown की अवधि का बिजली बिल कोचिंग संचालकों को भेजा जा रहा। गंभीर आर्थिक संकट झेल रहे कोचिंग संचालकों के लिए इसका वहन करना भी मुश्किल है। शिक्षक संघ के द्वारा मांग की गई कि lockdown की अवधि तक का बिजली बिल माफ किया जाए। शिक्षक संघ के अध्यक्ष प्रसन्न ने बताया कि जिला प्रशासन से आग्रह है कि नियम एवम शर्तों के साथ कोचिंग संस्थानों के संचालन की अनुमति दी जाए। सभी शिक्षकों ने एक स्वर में कहा कि जिला प्रशासन द्वारा तय किये मापदंडों का हम सभी शिक्षक अक्षरशः पालन करेंगे।