दूसरी कंपनी के कॉन्ट्रैक्ट में देने के विरोध में एनपीजीसी गेट पर विस्थापितों का बेमियादी धरना आरंभ

नबीनगर(औरंगाबाद)(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। नबीनगर के शिवनपुर स्थित एनपीजीसी की बिजली परियोजना में यूपीएल के तहत कार्यरत कर्मियों को हटाये जाने के विरोध में विस्थापित किसान मजदूर संघर्ष समिति ने परियोजना के मुख्य द्वार पर मंगलवार से बेमियादी धरना आरंभ कर दिया है।

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धरना को संबोधित करते हुए समिति के महासचिव अरविंद कुमार सिंह ने कहा कि एनपीजीसी द्वारा ही कर्मियों को रखने का कॉन्ट्रैक्ट ’यूपीएल कंपनी’ को दिया गया है। कंपनी द्वारा एक वर्ष’ के लिए कॉन्ट्रैक्ट के आधार पर 94 लोगो को सपोर्टिंग स्टाफ के रूप में अपने ही कंपनी में काम पर लगाया गया था। अब ’यूपीएल कंपनी’ में काम पर लगाए गए 94 लोगों को 6 मांह के अंदर ही इस कंपनी से हटाया जा रहा है। 6 माह के अंदर ही वर्करों का काम क्लोज कर थर्ड पार्टी कॉन्ट्रैक्टर के अंदर काम में डाला जा रहा है जबकि यूपीएल कंपनी का कॉन्ट्रैक्ट एक वर्ष का है।

कहा कि बीच में 6 माह’ के अंदर ही इन 94 वर्करों को थर्ड पार्टी कॉन्ट्रैक्ट में क्यों डाला जा रहा है? आखिर यूपीएल कंपनी को अचानक ऐसी कौन सी मजबूरी आ गई? यह सारा खेल एनपीजीसी प्रबंधन के इशारे पर ही खेला जा रहा है। एनपीजीसी प्रबंधन कहता है कि कानूनी अड़चन है, तो वें जानना चाहते है कि आखिर कॉन्ट्रैक्ट से अलग हटते हुए 6 माह के अंदर ही ऐसा कौन सा कानूनी अड़चन आ गया जिसके कारण 94 मजदूरों के साथ इस प्रकार का निर्णय लिया जा रहा है? एनपीजीसी प्रबंधन द्वारा यह सब खेल जान बूझकर खेला जा रहा है ताकि आने वाले समय में यूपीएल कंपनी के अंदर काम करने वाले ये 94 लोगरेगुलर होने की दावेदारी न कर सके। कहा कि इस मामले में एनपीजीसी से जबतक सकारात्मक वार्ता नहीं होती है, तबतक घरना अनिश्चितकाल तक जारी रहेगा।