बेगूसराय। बेगूसराय में 15 फरवरी को एक दरोगा ने पुलिस थाने से कमांडर जीप की चोरी कर ली। फिर कमांडर जीप की जगह दूसरी पुरानी जीप लगा दी। किसी को शक न हो, इसके लिए गाड़ी का नंबर प्लेट तक बदल दिया। इस पूरे मामले की जानकारी तब हुई, जब स्थानीय लोगों ने ध्यान से बदली हुई जीप देखी।

ग्रामीणों ने पुलिस को जानकारी दी। पुलिस ने थाने में लगे CCTV की जांच की, फिर इस मामले का खुलासा हुआ। मामले का खुलासा होने के बाद पुलिस ने SI सुजीत कुमार, थाने के प्राइवेट ड्राइवर मोहम्मद जाकिर समेत 4 लोगों को गिरफ्तार किया है।
SP मनीष ने SI की गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए कहा है कि ‘आगे की कार्रवाई चल रही है। जीप की चोरी मटिहानी थाना कैंपस से हुई है।’
साजिश के तहत फंसाया गया
SI सुजीत कुमार ने बताया कि ‘हम मालखाना का चार्ज देने आए थे। साजिश के तहत फंसाया गया है। बड़ा बाबू को हम तीन दिन से कह रहे थे कि चार्ज ले लीजिए तो वह आजकल कर रहे थे। इसके बाद बड़ा बाबू बोले विपिन आएगा तो चार्ज देना। विपिन आया तब बोले मुकेश आएगा, तब लेंगे चार्ज। हमको साजिश के तहत फंसाया गया है।’
7 फरवरी को एक्सीडेंट के बाद पुलिस ने जीप जब्त की थी
दरअसल, 7 फरवरी को जिले में एक एक्सीडेंट हुआ था। जिसके बाद पुलिस ने मौके से एक जीप जब्त की थी। इसके बाद जीप को थाना कैंपस में लगाया गया था। जीप पर दुर्घटनाग्रस्त दो साइकिल भी लदी हुई थी। मटिहानी थाने में पोस्टेड रहे SI सुजीत कुमार का ट्रांसफर बेगूसराय नगर थाने में हो गया था, लेकिन उनका आवास मटिहानी थाना परिसर में ही था।
SI के सामने थाने से निकाली गई जीप
जीप की चोरी के दौरान SI सुजीत कुमार को भी इसमें शामिल किया गया। इसके बाद 15 फरवरी की रात लगभग 11:45 बजे SI सुजीत कुमार, मटिहानी निवासी कारी सिंह, भानु सिंह और मटिहानी थाने का प्राइवेट ड्राइवर मोहम्मद जाकिर थाने के कैंपस पहुंचे।
वहां टक्कर मारने वाली अच्छी जीप को धक्का देकर निकाला गया। उसकी जगह कबाड़ी से लाकर एक पुरानी कमांडर जीप लगा दी गई। उसमें भी गाड़ी का नंबर (BR9B-9787) का प्लेट भी लगा दिया गया।
CCTV से खुला राज
1 मार्च को पूरा मामला सामने आया। सूचना मिलते ही सदर-2 DSP भास्कर रंजन पहुंचे और मटिहानी थाने में लगे CCTV की जांच की। इसमें SI सुजीत कुमार के सामने जीप गायब किए जाने का खुलासा हुआ। इसके बाद DSP ने सुजीत को नगर थाने से मटिहानी थाने में बुलाया। पूछताछ के दौरान SI सुजीत कुमार मामले का खुलासा किया।
पूछताछ में मिली जानकारी के बाद चोरी में शामिल मटिहानी निवासी कारी सिंह, भानु सिंह और थाने के प्राइवेट ड्राइवर मोहम्मद जाकिर को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। कमांडर जीप नयागांव थाना क्षेत्र के बागडोव गांव निवासी रूपेश कुमार सिंह का था। चोरी में उसकी भी संलिप्तता सामने आई है।
वहीं देर शाम पुलिस ने दारोगा समेत चारों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया। न्यायालय ने दारोगा एवं थाने के निजी चालक को जमानत दे दिया। वहीं दो लोगों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।