रविशंकर उपाध्याय को लखनऊ में मिला युवा साहित्यकार सम्मान

  • पत्रकारिता विधा में मिला 30 वां पंडित प्रताप नारायण मिश्र युवा साहित्यकार सम्मान
  • सम्मान स्वरूप दी गई 25 हजार रुपए की धनराशि, मां सरस्वती की प्रतिमा और अंगवस्त्र

पटना/लखनऊ : पत्रकार-लेखक रविशंकर उपाध्याय को लखनऊ में आयोजित एक भव्य समारोह में सोमवार को पत्रकारिता हेतु पंडित प्रताप नारायण मिश्र युवा साहित्यकार सम्मान से सम्मानित किया गया। यह सम्मान उन्हें पत्रकारिता और साहित्य के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए भाऊराव देवरस सेवा न्यास, लखनऊ की ओर से प्रदान किया गया है।

मुख्य अतिथि महर्षि महेश योगी वैदिक विश्वविद्यालय, मध्य प्रदेश के कुलपति प्रो. प्रमोद कुमार वर्मा और दिल्ली संस्कृत अकादमी के अध्यक्ष डॉ अरुण कुमार झा ने उन्हें 25 हजार रुपए की धनराशि, मां सरस्वती की प्रतिमा और अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया।

रविशंकर को यह पुरस्कार उनकी पुस्तक “बिहार के व्यंजन संस्कृति और इतिहास ” और पत्रकारिता में उनके दृष्टिकोण के लिए दिया गया। सम्मान ग्रहण करते हुए रविशंकर ने कहा कि यह सम्मान इस वजह से विशिष्ट है क्योंकि पंडित प्रताप नारायण मिश्र ने 38 साल की अल्पायु में न केवल पत्रकारिता में 28 साल में संपादक बने बल्कि साहित्य लेखन में बीसियों पुस्तकें लिखी।

ज्ञात हो कि रविशंकर ने पत्रकारिता में डेढ़ दशक से अधिक समय तक विविध विषयों पर रिपोर्टिंग की है और इन दिनों शोध व लेखन में जुड़े हैं। उनको यूएनएफपीए समर्थित लाडली मीडिया अवॉर्ड 2020 व 2021 और उनकी पुस्तक “बिहार के व्यंजन: संस्कृति और इतिहास” को मंत्रिमंडल सचिवालय राजभाषा विभाग का पांडुलिपि पुरस्कार भी प्राप्त हो चुका है।

समारोह का संचालन न्यास के संयोजक विजय कुमार कर्ण ने किया। इस अवसर पर अध्यक्ष ओम प्रकाश गोयल, जितेंद्र अग्रवाल संयुक्त सचिव, सचिव राहुल सिंह, रणजीत तिवारी आदि उपस्थित थे।

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