औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। औरंगाबाद के देव प्रखंड के बेढ़नी पैक्स से अध्यक्ष पद के उम्मीदवार नंदकिशोर यादव का आरोप है कि बेढ़नी पैक्स को निवर्तमान अध्यक्ष इसे किसानों के हितकारी सहकारी संगठन के रूप में नही बल्कि जेबी संगठन के रूप में चला रहे है। इससे किसानों का कोई भला नही हो रहा है बल्कि अध्यक्ष का भला हो रहा है।
निवर्तमान अध्यक्ष को मनमर्जी करने से बेदखल करने ही वें चुनाव मैंदान में उतरे है और उन्हे बेदखल कर ही दम लेंगे। कहा कि पैक्स अध्यक्ष का पद किसी की जागीर नही है लेकिन निवर्तमान अध्यक्ष ने इसे अपना जागीर बना रखा है। वें किसी सूरत में ऐसा होने नही देंगे। उन्होने कहा कि वह बड़े किसान नही छोटे किसान है। इस कारण किसानों के हर दुःख दर्द को समझते है। कहा कि खेती-किसानी में आने के पहले उन्होने मैनेजमेंट की पढ़ाई की है। बड़ी कंपनी में जॉब भी की है। जॉब के दौरान छुट्टी में वें जब भी घर आते थे, तो उन्हे अपने इलाके के किसानों से पैक्स से सही तरीके से खाद-बीज नही मिलने और धान की सरकारी मूल्य पर खरीदारी नही होने की जानकारी मिलती थी। बड़े-बुजुर्ग उनसे कहते थे कि बाबू पढ़े लिखे हो, इस कारण तुम ही इसका कोई उपाय निकाल सकते हो।
किसानों की बातें और पैक्स अध्यक्ष की करतूते सुनकर मन द्रवित और दुःखी हो जाता था लेकिन जॉब के कारण मजबूर था। चाह कर भी अपने इलाके के किसानों के लिए कुछ कर नही पा रहा था। इस बीच कतिपय कारणों से जॉब छोड़ कर घर चला आया। खेती-किसानी करने लगा। किसानों के दुःख दर्द को करीब से देखने और समझने का मौका मिला। एक किसान के रूप में समस्याओं से दो-चार भी हुए है। उन्होने देखा है कि बेढ़नी पंचायत में पैक्स होने के बावजूद यहां के किसानों को न तो ठीक से खाद-बीज मिलता है और न ही सही तरीके से सरकारी समर्थन मूल्य पर धान की खरीद होती है। पैक्स अध्यक्ष अपने चहेतो को खाद-बीज उपलब्ध कराते है। उन्ही का धान खरीदते है। इन्ही वजहों से उन्होने बेढ़नी पैक्स से अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने का इरादा पक्का किया और चुनाव मैंदान में उतर आए। कहा कि अध्यक्ष बनते ही वें बेढ़नी पैक्स को सुव्यस्थित करेंगे। उन्होने मैनेजमेंट की पढ़ाई की है। इस कारण किसी संस्था या संग़ठन को फर्श से अर्श पर पहुंचाने का मंत्र जानते है। उनके अध्यक्ष बनने पर बेढ़नी पैक्स आदर्श पैक्स बनेगा। यहां के किसानों सभी किसानों को भरपूर खाद-बीज मिलेगा। सरकारी समर्थन मूल्य पर धान खरीद होगा और समय पर भुगतान भी होगा। किसानों के हर सुख दुःख में उनका भाई और बेटा बनकर हाथ बंटाउंगा।