पटना(लाइव इंडिया न्यूज18 ब्यूरो)। चंद्रवंशी जाति को लेकर की गई टिप्पणी पर दिल्ली के उत्तर पूर्वी क्षेत्र से निवर्तमान सांसद और भाजपा के लोकसभा प्रत्याशी मनोज कुमार तिवारी के विरुद्ध पटना के सीजेएम कोर्ट में दायर परिवाद को स्वीकृत कर लिया गया।
मंगलवार को उक्त परिवाद सुनवाई के लिए एमपी/एमएलए की विशेष अदालत में ट्रांसफर किया गया।
कन्हैया कुमार पर की थी अपमानजनक टिप्पणी
अधिवक्ता अशोक कुमार ने परिवाद दायर किया है, जिसमें उन्होंने बताया कि मनोज कुमार तिवारी ने प्रतिद्वंद्वी सह कांग्रेस के युवा नेता कन्हैया कुमार के नामांकन को लेकर एक जाति पर अपमानजनक टिप्पणी की थी।
सीजेएम की अदालत में आवेदक की ओर से अधिवक्ता राम संदेश राय और मणिलाल ने दलील ली।
अधिवक्ताओं ने कहा कि मनोज कुमार तिवारी एक जिम्मेदार और संवैधानिक पद पर हैं। उनके द्वारा ऐसी टिप्पणी करना सभ्य एवं लोकतांत्रिक देश व समाज को स्वीकार्य नहीं है। उनका वक्तव्य संविधान विरोधी है। उनके विरुद्ध विधि-सम्मत कार्रवाई होनी चाहिए।
बता दें कन्हैया कुमार पर किए गए मनोज तिवारी की टिप्पणी का भाजपा के ही राज्यसभा सांसद भीम सिंह चंद्रवंशी व बिहार सरकार में मंत्री प्रेम कुमार ने भी विरोध किया था। भीम सिंह व प्रेम कुमार ने तो मनोज तिवारी को माफी मांगने की बात कह डाली थी।
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