पटना: आंदोलनरत आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को राजद कार्यालय के बाहर सुबह सुबह बड़ी संख्या में प्रदर्शन करने पहुंच गईं. प्रदर्शन कर रहे आंगनबाड़ी सेविकाओं पर पुलिस ने बल प्रयोग कर हटा दिया.
आंगनबाड़ी कर्मियों का कहना है कि उन्हें मात्र 5950 रुपए मिलते हैं और इतनी कम राशि में उन्हें अपने परिवार का भरण पोषण करना मुश्किल हो रहा है. इसलिए उनकी मांगों को माना जाए तो मानदेय में सम्मानजनक बढ़ोत्तरी की जाए.
इसे लेकर आंगनबाड़ी कर्मियों का पिछले तीन दिनों से पटना में लगातार प्रदर्शन चल रहा है. इसी क्रम में गुरुवार को भी तेजस्वी यादव के जन्मदिन पर आंगनबाड़ी कर्मियों ने राजद कार्यालय के बाहर धरना शुरू किया.
हालांकि सुबह 11 बजे के बाद पुलिस ने उन्हें वहां से हटने कहा और फिर बल प्रयोग शुरू हो गया. इस दौरान आंगनबाड़ी कर्मियों को पुलिस ने जबरन वहां से हटाने के लिए लाठियां भी भांजी. अचानक से पुलिस के इस बल प्रयोग से धरना दे रही आंगनबाड़ी कर्मियों में अफरातफरी जैसी स्थिति मच गई. बाद में पुलिस ने उन्हें लाठियां भांजते हुए राजद कार्यालय के बाहर से भगाया.
बता दें कि मंगलवार को भी इसी तरह विधानसभा घेराव करने की कोशिश कर रही आंगनबाड़ी कर्मियों पर बल प्रयोग हुआ था. बाद में आंगनबाड़ी कर्मियों ने पटना के डाक बंगला चौराहे को घंटों जाम कर रखा. प्रदर्शन का सिलसिला बुधवार को भी नहीं रुका.
आंगनबाड़ी कर्मियों ने लगातार दूसरे दिन प्रदर्शन किया. वहीं गुरुवार को एक बार फिर तेजस्वी के जन्मदिन पर अपनी मांगों को लेकर धरना दिया लेकिन इस बार भी पुलिस के बल प्रयोग से उन्हें जूझना पड़ा. बिहार विधासभा के पांच दिवसीय सत्र में अपनी मांगों को प्रमुखता से मनवाने के लिए आंगनबाड़ी कर्मियों का यह प्रदर्शन चल रहा है.
विधानमंडल का शीतकालीन सत्र शुकवार तक चलेगा. ऐसे में अपनी मांगों पर नीतीश सरकार का ध्यान आकृष्ट करने के लिए आंगनबाड़ी कर्मियों का हर दिन अपने तरह का प्रदर्शन जारी है. इसी में उन्होंने तेजस्वी यादव के जन्मदिन पर रजद पर दबाव बनाने के लिए राजद कार्यालय के बाहर धरना दिया. वहीं पुलिस ने उन्हें वहां से खदेड़ने के लिए लाठियां भी भांजी और वाटर कैनन का भी इस्तेमाल किया.