ओबरा(औरंगाबाद)(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। असत्य पर सत्य की विजय के पर्व विजयादशमी पर मंगलवार को देर शाम यहां ओबरा हाई स्कूल के मैदान में असत्य और बुराई के प्रतीक रावण का पुतला दहन किया गया।
पुतला दहन के पूर्व कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि लोक जनशक्ति पार्टी(रामविलास) के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. प्रकाश चंद्रा ने कहा कि रावण अहंकारी था। असत्य का प्रतीक था। इसलिए हम सब हर साल रावण का वध स्वरूप पुतला दहन करते है। विजय का यह पर्व विजयादशमी संकल्प लेने का भी पर्व है। इस दिन हम अपने अंदर छिपे रावण रुपी अहंकार और असत्य का दहन करने का संकल्प ही नही ले बल्कि इस संकल्प को अपने जीवन में उतार भी ले। ऐसा करने से समाज से ढ़ेर सारी बुराईयां स्वतः ही दूर हो जाएंगी।
असत्य और बुराई ही रावणत्व है और रावण वध अपने अंदर के रावणत्व को मारने का प्रतीक है। रावणत्व को मारने में ही हम सबकी भलाई है। कहा कि आज का दिन राजनीति का नही है। पर्व का दिन है। खुशियों का दिन है। सभी को हम विजयादशमी और दशहरा की शुभकामनाएं देते है। मां दुर्गा से सबके जीवन में खुशहाली की कामना करते है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता रावण वध की आयोजक संस्था “हिंदु इकोकिस्टम” के अध्यक्ष आर्य जायसवाल उर्फ चंदर जायसवाल ने की।
कार्यक्रम में दाउदनगर के एसडीपीओ कुमार ऋषि राज, ओबरा की बीडीओ श्वेता प्रियदर्शिनी, थानाध्यक्ष सुशील कुमार शर्मा, भाजपा के जिलाध्यक्ष मुकेश शर्मा, महामंत्री संजय गुप्ता एवं पूर्व मुखिया शंभू प्रसाद आदि मौजूद रहे। इसके पूर्व कार्यक्रम मंच पर राम, लक्ष्मण और हनुमान बने कलाकारों की पूर्व मुखिया शंभू प्रसाद ने आरती उतारी। इसके बाद वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पंडित पारस दूबे ने मंच पर ही शस्त्र पूजन कराया। इसके बाद राम, लक्ष्मण और हनुमान बने कलाकारों के साथ मुख्य अतिथि डॉ. प्रकाश चंद्रा रावण के पुतले के पास पहुंचे। पुतले को अग्नि से स्पर्श कराया। इसके बाद बुराई का प्रतीक रावण का पुतला आतिशबाजी के बीच धूं धूं कर जल उठा। इस दौरान पुलिस की चाक चौबंद व्यवस्था रही।