- एआईएसएफ राष्ट्रीय सम्मेलन के मौके पर बेगूसराय में 28 सितंबर को होगा विद्यार्थियों का “शिक्षा बचाओ देश बचाओ महारैली’
- 28 सितंबर से 1 अक्टूबर तक बेगूसराय में होगा एआईएसएफ का 30वां राष्ट्रीय सम्मेलन
पटना। ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन का 30वां राष्ट्रीय सम्मेलन आगामी 28 सितंबर से 1 अक्टूबर तक बेगूसराय में आयोजित होगा। जिसमें देशभर से 700 प्रतिनिधि भाग लेंगे। 28 सितंबर को शहीद ए आज़म भगत सिंह की जयंती पर बेगूसराय के जीडी कॉलेज मैदान में ‘शिक्षा बचाओ देश बचाओ’ महारैली आयोजित की जाएगी। जिसमें बड़ी तादाद में बिहार के छात्र-छात्राएं शामिल होंगे।
महारैली को पूर्व छात्रनेता, किसान आंदोलन के प्रख्यात नेता व किसान सभा के महासचिव अतुल कुमार अंजान, सीपीआई के महासचिव डी राजा, राज्यसभा सांसद पी संतोष एवं देश के प्रख्यात शिक्षाविद प्रो हरगोपाल संबोधित करेंगे।
उक्त बातें जनशक्ति परिसर में आयोजित संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए एआईएसएफ के राष्ट्रीय महासचिव विकी माहेश्वरी ने कहा।
उन्होंने कहा कि शिक्षा किसी भी समाज या राष्ट्र के सामाजिक, राजनीतिक, आर्थिक एवं सांस्कृतिक परिवर्तन के लिए पहली शर्त है। परंतु वर्तमान समय में शिक्षा अपने मूल उद्देश्यों से भटकती जा रही है। आज भी देश के छात्र-छात्राओं को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा से वंचित रखा जा रहा है। कॉलेज एवं विश्वविद्यालय में नियमित कक्षाएं नहीं चलती हैं। आज प्रतियोगी परीक्षाओं का प्रश्न पत्र लीक हो जाना आम बात हो गई है। माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों की घोर कमी होने से निम्न एवं मध्यम वर्ग के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा नहीं मिल पा रही है।
कहा कि नई शिक्षा नीति 2020 इन समस्याओं के समाधान के बजाय इसे और विकराल बना दी है। उच्च शिक्षा को कई स्तरों में बांटकर उसकी गुणवत्ता समाप्त करने की साजिश चल रही है।
आगे उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग को भंग कर राजनीतिक हस्तक्षेप का दायरा बढ़ाया जा रहा है। केंद्र सरकार द्वारा सीबीएसई के पाठ्यक्रम से डार्विन के विकासवाद के सिद्धांत तथा मुग़लकालीन इतिहास को अध्याय से हटाना शिक्षा को लेकर सरकार की मंशा को दर्शाता है
वैज्ञानिक और तार्किक मूल्यों को दरकिनार कर छात्रों को अंधविश्वास, पौराणिक मिथक, तथा असत्य इतिहास पढ़ाने की कोशिश की जा रही है। देश में आज बेरोजगारी विकराल रूप में है। उन्होंने कहा कि इन सभी सवालों पर गंभीर चर्चा के लिए बेगूसराय में चार दिवसीय 30वां राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित की जा रही है।
वही संवादाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए एआईएसएफ के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव विश्वजीत कुमार ने कहा कि राष्ट्रीय सम्मेलन बेगूसराय में होना, बिहार के छात्रों के लिए गर्व का विषय है। एपीआईएसएफ एक ऐतिहासिक छात्र संगठन है। यह देश का सबसे प्रथम और स्वाधीनता की लड़ाई में भाग लेने वाला एकमात्र छात्र संगठन है। उन्होंने कहा कि वर्तमान बिहार की धरती पर इससे पहले मात्र एक बार एआईएसएफ का राष्ट्रीय सम्मेलन हुआ था। जो 1942 में पटना में हुआ था। जिसका उद्घाटन प्रख्यात वैज्ञानिक डॉ. होमी जहांगीर भाभा ने किया था। उसके बाद यह तीसवां राष्ट्रीय सम्मेलन बेगूसराय में होने जा रहा है। उन्होंने सम्मेलन के मौके पर आयोजित रैली में बिहार के छात्र-छात्राओं से शामिल होने का आह्वान किया।
संवाददाता सम्मेलन में राज्य उपाध्यक्ष पुष्पेंद्र शुक्ला, पटना जिला संयुक्त सचिव बिट्टू भारद्वाज, महेश कुमार, अभिषेक कुमार शामिल थे।