औरंगाबाद (बिहार) 19 जुलाई 2023 :- नव जागरण ग्रामीण विकास समिति के तत्वाधान में कृषि विज्ञान केंद्र सिरिस के द्वारा बुधवार को रैदास धर्मशाला में एक दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। इस दौरान कृषि मौसम वैज्ञानिक डॉ.अनूप कुमार चौबे एवं वरीय वैज्ञानिक डॉ.विनय मंडल ने किसानो को लघु उद्योग एवं मौसम के अनुरूप खेती करने की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मानव जाति के द्वारा वृहद स्तर पर पर्यावरण से छेड़छाड़ के कारण मौसम में व्यापक परिवर्तन आया है। जिसके कारण मानसून पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। ऐसी स्थिति में किसानों को कम वर्षा अनुपात वाले क्षेत्रों में धान की फसल न लगाकर बाजरा, ज्वार, मक्का, मूंगफली, गन्ना आदि फसल लगानी चाहिए। इन फसलों की उपज में धान की अपेक्षा लागत कम लगती है वहीं पैदावार ज्यादा होता है।
डॉक्टर चौबे ने मुर्गी पालन, बकरी पालन तथा मशरूम की खेती के प्रति जागरूक किया। उन्होंने बताया कि महिला या पुरुष समूह बनाकर कृषि विज्ञान केंद्र से प्रशिक्षण प्राप्त कर सकते हैं। प्रशिक्षण के पश्चात लघु उद्योग लगाकर रोजगार सृजन कर सकते हैं। इस दौरान कुटुम्बा प्रखंड प्रमुख धर्मेंद्र कुमार , केवीके सिरिस के वरीय वैज्ञानिक एवं प्रधान डॉक्टर विनय कुमार मंडल, कृषि मौसम वैज्ञानिक डॉ अनूप चौबे, कांग्रेस एससी एसटी प्रकोष्ठ अध्यक्ष अजय राम, जदयू जिला महासचिव वीरेंद्र कुमार मेहता, प्रमोद कुमार वर्मा, पंचायत समिति चंद्रशेखर सिंह, संजू देवी एवं कई किसान उपस्थित थे