पटना। सीतामढ़ी में निगरानी की टीम ने रिश्वतखोर अंचलाधिकारी को रिश्वत लेते रंगे हाथ मंगलवार की सुबह गिरफ्तार कर लिया। बताया जाता है कि सीतामढ़ी के जिला मुख्यालय डुमरा प्रखंड के अंचलाधिकारी चंद्रजीत प्रकाश को निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की टीम ने आज सुबह रिश्वतखोरी में रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया।
चंद्रजीत प्रकाश रामपुर परोड़ी पंचायत के गौरीशंकर सिंह नामक एक व्यक्ति से ₹25000 रिश्वत लेते पकड़े गए हैं। मधेपुरा के रहने वाले अंचलाधिकारी को डुमरा में उनके निजी आवास कैलाशपुरी से गिरफ्तार किया गया है। तब अंचलाधिकारी हाफ पैंट और ब्लू टीशर्ट में नंगे पाव थे। निगरानी ने उनको चप्पल पहनने तक की मोहलत नहीं दी और उसी तरह हाथ पकड़कर आवास से बाहर खींच ले आकर सीधे सर्किट हाउस पहुंच गई।
निगरानी के दो डीएसपी गोपाल कृष्णा और पवन कुमार के नेतृत्व में 11 सदस्यीय टीम पकड़ने के लिए कल से ही जाल बिछाए हुई थी। निगरानी के डीएसपी ने बताया कि गौरी शंकर सिंह के आरोपों के अनुसार, अंचलाधिकारी चंद्रजीत प्रकाश बेरबास पंचायत में उनकी जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए ₹50000 घुस मांग रहे थे, जबकि अतिक्रमण मुक्ति का आदेश पूर्ववर्ती दो- दो डीएम के द्वारा अंचलाधिकारी को दिया गया था।
गौरीशंकर सिंह ने कहा कि अंचलाधिकारी उनसे रिश्वत लिए बगैर अतिक्रमण खाली कराने को तैयार नहीं थे। इसके बाद वे सीधे निगरानी की शरण में गए और केस दर्ज कराया। निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने आरोपों की सत्यता की जांच की और आखिरकार जाल बिछाकर आज सुबह उनको आवास से धर दबोचा। घूसखोरी में अंचलाधिकारी के पकड़े जाने की सूचना मिलते ही प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया है।