बिहार में समता पार्टी मशाल लेकर फिर मैदान में उतरी, मिशन-2025 में जुटी, लोस चुनाव में राज्य की 20 सीटों पर उम्मीवार देने की घोषणा

औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। बिहार में समता पार्टी फिर से हाथों में मशाल लेकर खड़ी हो गई। पार्टी ने समता पार्टी की कोख से उपजी जदयू का विरोध तेज कर दिया है।

पार्टी मिशन-2025 पर काम कर रही है। इसके पहले पार्टी 2024 के लोकसभा चुनाव में भी उतरेगी और पार्टी बिहार में 20 सीटों पर उम्मीदवार खड़ा करेगी। समता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय मंडल ने गुरुवार को यहां प्रेसवार्ता में कहा कि समता पार्टी और पार्टी का चुनाव चिंह मशाल पहचान की मुंहताज नही है। इसी पार्टी की कोख से निकले नीतीश कुमार आज बिहार के मुख्यमंत्री है। उन्होने नीतीश कुमार के एनडीए के साथ के कार्यकाल का नाम लिए बगैर कहा कि पहले नीतीश कुमार ने अच्छा काम किया लेकिन आज वें उस दल के साथ चले गये है, जिसके शासन काल को वें जंगलराज कहा करते थे। आज नीतीश कुमार उसी जंगल राज की वापसी करा रहे है। समता पार्टी इसका विरोध करती है। अब नीतीश कुमार का बिहार के विकास से कोई लेना देना नही है। उनका मकसद अब आने लिए सिर्फ मुख्यमंत्री की कुर्सी बचाकर रखना रह गया है। कहा कि नीतीश कुमार के दिल में प्रधानमंत्री बनने की चाहत हिलोरे मार रही है। वें उन्हे प्रधानमंत्री का पद पाने की शुभकामना भी देते है लेकिन ऐसा होनेवाला नही है। कहा कि समता पार्टी राज्य में जातीय गणना की विरोधी है। पार्टी ने हाइकोर्ट के फैसले का स्वागत भी किया है। आगे भी पार्टी जातीय गणना ही नही बल्कि अन्य मुद्दों को लेकर राज्य सरकार का विरोध करेगी।

कहा कि बिहार में रोजगार सबसे बड़ा मुद्दा है लेकिन सरकार इस रोजगार देने की इस तरह की घोषणाएं कर रही है और नियम बना रही है, जिससे मामला अटक- लटक जाएं। राज्य में ऐसा ही होने वाला है। इस वजह से पार्टी सरकार के रोजगार की नीति का भी विरोध करती है। कहा कि अब बिहार में विकास नही हो रहा है बल्कि जंगल राज की पुर्न स्थापना हो रही है। सोन के घाटों पर बालू माफियाओं का राज चल रहा है और पिछले दरवाजे से सरकार में बैठे लोगो तक इसका टैक्स पहुंच रहा है। इन्ही मुद्दों को लेकर समता पार्टी मशाल लेकर मैदान में उतरी है। हम सरकार के खिलाफ लोगो को जागरुक करने में लगे है और पूरे राज्य का भ्रमण कर संगठन के विस्तार में भी लगे है। कहा कि 2003 में नीतीश कुमार ने समता पार्टी का जदयू में विलय किया था लेकिन उस वक्त मुंगेर के सांसद ब्रह्मानंद मंडल पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव थे। उन्होने विलय का विरोध किया था। इस कारण चुनाव आयोग ने विलय को मंजूरी नही दी थी। इस कारण समता पार्टी का अस्तित्व बरकरार रह गया। अब पार्टी पूरी ताकत के साथ मैदान में उतर चुकी है। पार्टी मिशन 2025 पर काम कर रही है। 2025 में पार्टी कितने विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी, किसके साथ गठबंधन होगा, यह समय आने पर बताया जाएंगा। इसके पहले पार्टी 2024 के लोकसभा चुनाव में बिहार के 20 सीटो पर उम्मीदवार देगी। औरंगाबाद से भी उम्मीदवार रहेगा। प्रेसवार्ता में पार्टी की महिला सेल की राष्ट्रीय अध्यक्ष माधुरी पटेल, प्रदेश अध्यक्ष मो. एहसान, प्रदेश उपाध्यक्ष डी रंजन, प्रदेश सचिव आशुतोष कुमार, पटना महानगर अध्यक्ष अखिलानंद पांडेय एवं अरवल जिलाध्यक्ष पप्पू पासवान आदि मौजूद रहे।