कहा-ब्रेल उपकरण व साहित्य दृष्टिबाधित दिव्यांग छात्रों की पढ़ाई में बेहद उपयोगी
औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। भारत सरकार के सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग द्वारा उपलब्ध कराई गई ब्रेल सामग्रियां और साहित्य दृष्टि बाधित दिव्यांगों की पढ़ाई में बेहद सहायक साबित हो रही है। दिव्यांगजन सशक्तिकरण योजना के तहत मिली इन सामग्रियों ने दृष्टि बाधित दिव्यांगों की उम्मीदों को पर लगाएं है। बिहार के औरंगाबाद के जिलाधिकारी बुधवार को एक सरकारी स्कूल में दृष्टि बाधित दिव्यांगों से रूबरू हुए और उन्हे कराई जा रही पढ़ाई तथा उनकी समस्याओं से रूबरू हुए। अवसर था बारूण प्रखंड के सिरिस स्थित राजकीय मध्य विद्यालय के औचक निरीक्षण का।
निरीक्षण के दौरान डीएम को जब यह जानकारी मिली कि इस विद्यालय में कुछ दृष्टि बाधित दिव्यांग बच्चें भी है, जिनकी पढ़ाई अन्य छात्रों से अलग ब्रेल लिपि के माध्यम से कराई जाती है। यह जानकारी मिलते ही डीएम द्वष्टि बाधित दिव्यांग बच्चों के क्लास रूम में पहुंचे। उनसे बातें की। उनसे सरकार की ओर से उपलब्ध कराई गई सुविधाओं की जानकारी ली। इस दौरान डीएम खुद दृष्टि बाधित दिव्यांग बच्चों के साथ जमीन पर बैठे। उनसे पूछा कि ब्रेल लिपि में आप कैसे पढ़ाई करते है।
इस पर दिव्यांग बच्चों ने अपने पढ़ने के तौर-तरीकों की जानकारी दी। इस दौरान डीएम के मृदुल व्यवहार से भावना में बह गये एक बच्चें ने उनके सम्मान में गीत भी गुनगुनाया। डीएम ने उस बच्चें का उत्साहवर्द्धन करते हुए कहा कि दिव्यांगजन भी हमारे समाज के अभिन्न अंग है। सरकार भी उनके लिए योजनाएं चला रही है। वें इन योजनाओं का लाभ उठाएं और खुद को सक्षम बनाएं ताकि दूसरों को भी आपसे प्रेरणा मिले और वें आपके हौंसलों को सलाम करे।
उन्होने कहा कि दिव्यांगजनों को सक्षम बनाने के लिए सरकार द्वारा कई योजनाएं चला जा रही है, जिससे वें आगे बढ़ रहे है। सरकारी योजना के तहत ही यहां के दृष्टिबाधित दिव्यांग स्टूडेंट्स को ब्रेल लिपि में पढ़ाई के उपकरण और साहित्य प्रदान किये गये है। ये उपकरण उनकी पढ़ाई में बेहद सहायक और इनके माध्यम से वें भी सामान्य छात्रों की भांति ज्ञान अर्जित कर सकेंगे। इस दौरान डीएम ने शिक्षकों की उपस्थिति की भी जांच की। छात्रों से मुलाकात कर पढ़ाई की गुणवत्ता का जायजा लिया। इस मौके पर जिला कार्यक्रम पदाधिकारी(शिक्षा) गार्गी कुमारी, विद्यालय के प्रधानाध्यापक, शिक्षक, अन्य पदाधिकारी एवं कर्मी उपस्थित रहे।
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