सस्ती दरों पर किसानों को मिलेगी खाद, सरकार ने खाद पर बढ़ाई सब्सिडी दर

नई दिल्ली। किसानों को पोषक तत्वों से भरपूर सस्ती दरों पर खाद उपलब्ध कराने के लिए केन्द्रीय मंत्रिमडंल ने 51,875 करोड़ ₹ की सब्सिडी दर को मंजूरी दी है। यह सब्सिडी दर नाइट्रोजन, फॉस्फेट और पोटाश युक्त उर्वरकों के लिए रबी सीजन 2022-23 के लिए 1 अक्टूबर 2022 से 31 मार्च 2023 तक लागू रहेगी। केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में यह निर्णय लिया है। इसके लिए केन्द्रीय मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा, यूरिया के लिए 80,000 करोड़ रुपये सहित रबी सीजन के लिए कुल उर्वरक सब्सिडी 1,38,875 करोड़ रुपये होगी साथ ही रबी और खरीफ दोनों के लिए सब्सिडी राशि 2.25 लाख करोड़ रुपये होगी। इसके साथ ही मंत्री ने बताया कि यह अब तक की सबसे ज्यादा सब्सिडी है। पिछले साल यह 1.65 लाख करोड़ रुपये था। मंडाविया ने और कहा कि यूक्रेन-रूस संघर्ष और महामारी के कारण जैसे मुद्दों के कारण वाणिज्यिक कीमतें दोगुनी हो गई थीं, इसलिए केंद्र ने सब्सिडी घटक को भी दोगुना करने का फैसला किया। उर्वरक विभाग ने किसानों के लिए प्रति किलोग्राम पोषक तत्वों की नई दरों की मंजूरी दे दी है।

आइए जानते है क्या है नई दरें……..

उर्वरक(खाद) में शामिल पोषक तत्वों की नई दरें

नाइट्रोजन – 98.02 रुपए प्रति किलोग्राम

फॉस्फोरस – 66.93 रुपए प्रति किलोग्राम

पोटाश – 23.65 रुपए प्रति किलोग्राम

सल्फर – 6.12 रुपए प्रति किलोग्राम

क्या होंगे किसानों को इसके फायदे

केन्द्रीय मंत्रिमडंल के इस निर्णय से किसानों को सस्ती कीमतों पर और आसानी से खाद उपलब्ध होंगी। किसानों को मिलने वाले लाभ के बारे में माडंविया ने बताया कि उवर्रक की कीमतें बढ़ने से किसानों पर बोझ पड़ता। इसलिए हमने सुनिश्चित किया है कि अगले छह महीनों में उर्वरक की कीमतों में कोई वृद्धि नहीं होगी। साथ ही इससे कृषि क्षेत्र में भी लाभ होगा। अंतरराष्ट्रीय बाजार में उर्वरकों और कच्चे माल की कीमतों में अस्थिरता के कारण हुई मूल्य-वृद्धि को केंद्र सरकार द्वारा वहन किया गया है। साथ ही फर्टिलाइजर कंपनियों को स्वीकृत दरों के आधार पर सब्सिडी दी जाएगी, जिससे कि किसानों को सही समय से इसका लाभ मिल सके। किसानों के हित में ध्यान रखते हुए सरकार ने रियायतीं दरों पर उवर्रक देने के लिए फास्फेट और पोटाश उवर्रकों पर किसानों को सब्सिडी दे रही है। इसके लिए सरकार ने एनबीएस योजना चलाई है। इसकी शुरुवात 1 अप्रैल 2010 को हुई थी। इस योजना के तहत सरकार साल भर में उवर्रक पोषक तत्वों पर सब्सिडी की दर सुनिश्चित करती है। आपकों बता दें कि दो साल पहले उवर्रक पर सब्सिडी 75 से 80 हजार करोड़ ही रहती थी। अब खाद पर सब्सिडी 1.65 लाख करोड़ हो गई है, जो कि इस साल के अन्त तक 2.5 लाख करोड़ रुपए होने का अनुमान है। उवर्रक मंत्री मंडाविया ने बताया है कि कि डायमोनियम फॉस्फेट के एक बैग की कीमत 1,350 रुपये है और इसकी कीमत बिना सब्सिडी के 2,650 रुपये होती। यूरिया के बारे में उन्होंने कहा कि सब्सिडी लगभग 2,400 रुपये प्रति बोरी है क्योंकि एक बोरी बाजार मूल्य 2,700 रुपये के बजाय लगभग 266 रुपये में बेची जा रही है।