औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नई दिल्ली में एक कार्यक्रम के माध्यम से पीएम किसान सम्मान निधि की 12वीं किश्त जारी करने की कड़ी में औरंगाबाद के बारूण के सिरिस स्थित कृषि विज्ञान केंद्र में आयोजित कार्यक्रम का उद्घाटन स्थानीय सांसद सुशील कुमार सिंह ने किया।
प्रधानमंत्री के कार्यक्रम देश के सभी कृषि विज्ञान केन्द्र, कृषि विश्वविद्यालय, कृषि अनुसंधान सस्थान वर्चुअल माध्यम से जुड़े। स्थानीय कार्यक्रम में सांसद, के अलावा जिला कृषि पदाधिकारी रणवीर सिंह, केन्द्र के वैज्ञानिक पंकज कुमार सिन्हा, इंजीनियर रवि रंजन कुमार, डॉ. सुनीता कुमारी, डॉ. संगीता कुमारी, डॉ. अनूप चौबे भी शामिल रहे। इस मौके पर सांसद, ने किसानो को जैविक खेती अपनाने के लिए प्रेरित किया। कहा कि किसान अपने खेतो में खासकर सब्जी उत्पादन में रासायनिक कीटनाशक एवं उर्वरको के अंधाधुंध प्रयोग कर रहे है। इससे आए दिन कैंसर, किडनी संबंधित बीमारी, शुगर, हार्ट संबंधित बीमारी बढ़ रहा है। किसान केवल उत्पादक ही नहीं बल्कि स्वयं उपभोक्ता भी है। इसलिए किसान भाइयो को जैविक खेती को अपना कर अपने आहार में जैविक उत्पाद का अधिक से अधिक समायोजन करे। इससे किसान भाई स्वयं एवं अपने परिवार को स्वस्थ रख सकते है।उन्होने किसानो की समस्याओ को सुना एवं समाधान हेतु पदाधिकारियों को निर्देश दिया। जिला कृषि पदाधिकारी ने कार्यक्रम में कहा कि कृषि विभाग, आत्मा और कृषि विज्ञान केन्द्र संयुक्त रूप से किसानों के हित मे कार्य कर रहा है और आगे भी सशक्त रूप से किसानों के हित मे कार्य करेंगे जिससे किसानों को अधिक से अधिक लाभ हो। कहा कि अब तकनीकी ज्ञान के साथ खेती करने की आवश्यकता है। तभी अधिक से अधिक लाभ हो सकता है। उन्होने कृषि विभाग की योजनाओ के बारे में विस्तृत जानकारी दी। इस मौके पर पंकज कुमार सिन्हा ने फसलों मे पोषक तत्व प्रबंधन तथा इससे होने वाले लाभों के बारे मे किसानों को विधिवत जानकारी दी। ईजीनियर रवि रंजन कुमार ने किसानों को फार्म मशीनरीकरण की विधिवत जानकारी दी तथा कहा कि अब बिना मशीनीकरण के खेती संभव नही है l डॉ. सुनीता कुमारी ने किसानो को मशरूम उत्पादन की तकनिकी जानकारी दी। डॉ. संगीत मेहता ने उद्यानिकी फसलों के उत्पादन हेतु तकनीकी जानकारी दी। डॉ अनूप कुमार चौबे ने किसानों को जलवायु परिवर्तन के बारे मे विधिवत जानकारी दी। साथ ही मौसम के पूर्वानुमान के बारे मे विधिवत जानकारी दी जिससे किसानो को आगे आने वाले पांच दिनों की मौसम पूर्वानुमान के जानकारी के साथ साथ खेती की सम्पूर्ण जानकारी हर समय उनको मिलती रहेगी जिससे किसान लाभ प्राप्त कर सकते है। कार्यक्रम में विभिन्न पंचायतों से 411 किसानों ने भाग लिया। केंद्र में आए हुए आरएडब्ल्यूई के छात्र एवं केन्द्र के सभी वैज्ञानिक एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।