पुत्र का दावा-मेरे पिता का ही है कटा हुआ पैर
गोह(औरंगाबाद)(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। गोह थाना क्षेत्र में बुधवार की सुबह एक अज्ञात व्यक्ति का कटा हुआ पैर अंकुरी बधार के नारायणी घाट से मिलने से हड़कंप मच गया।
सूचना पाकर गोह थानाध्यक्ष शमीम अहमद सदल बल मौके पर पहुंचे। मौके पर पहुंची पुलिस शरीर के बाकी हिस्से को भी आसपास से तलाशने में जुटी लेकिन शेष हिस्सा अभी बरामद नही हो पाया है। फिलहाल पुलिस ने कटे हुए पैर को बरामद कर आगे की कार्रवाई के लिए औरंगाबाद सदर अस्पताल भेजकर मामले की छानबीन में जुटी है।
पुत्र ने पुलिस द्वारा बरामद पैर को पहचाना-
दधपी पंचायत के लोहड़ी टोले छठु बिगहा गांव निवासी रूपेश कुमार ने 15 अगस्त को गोह थाना में आवेदन देकर पुलिस को जानकारी दिया था कि उसके पिता जगदीश बिंद 14 अगस्त की रात्रि पौने नौ बजे दलान से निकलकर खेत की सिंचाई करने बधार में गए थे, लेकिन अबतक वापस नही लौटे। रूपेश ने आशंका जाहिर करते हुए 16 अगस्त को अपने पिता को अगवा करने की प्राथमिकी दर्ज कराई थी।
बुधवार की सुबह अंकुरी गांव से किसी ने फ़ोन के माध्यम से रूपेश को कटा हुआ पैर मिलने की सूचना दी।रूपेश परिजनों के साथ अंकुरी गांव के नारायणी घाट पहुंचा तो देखा कि कटे हुए पैर को कौवे और कुते नोचकर खा रहे है। कटे हुए पैर देखकर मौजूद लोगो के समक्ष कहा कि यह मेरे पिता जगदीश बिंद का ही कटा हुआ पैर है। बेरहमी से हत्या कर शव को इधर उधर फेक दिया गया है।