औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। बारूण के सिरिस स्थित कृषि विज्ञान केंद्र के प्रांगण में बुधवार को वैज्ञानिक सलाहकार समिति की चौदहवीं बैठक संपन्न हुई।
बैठक में बतौर मुख्य अतिथि बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर, भागलपुर के सह निदेशक(प्रसार शिक्षा) डॉ. आरएन सिंह एवं बतौर विशिष्ट अतिथि कृषि अनुसंधान संस्थान, पटना के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. एसबी सिंह मौजूद रहे। बैठक का मुख्य उद्देश्य जिले में किसानों की खेती से जुड़ी समस्याओं के परिप्रेक्ष्य में अनुसंधान पश्चात समाधान ढूंढने हेतु विचार विमर्श करना एवं जिले के विभिन्न कृषि पदाधिकारियों व किसानों के उपस्थिति में आगे की कार्य योजना तैयार करना था।सर्वप्रथम कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए केंद्र के वरीय वैज्ञानिक एवं प्रधान डॉ. नित्यानंद ने बैठक में उपस्थित सारे आगंतुको का परिचय व स्वागत करने के पश्चात पिछले वर्ष की बैठक में दिए गए निर्देश के अनुपालन हेतु उठाए गए कदमों की विस्तृत चर्चा की। इसकी समीक्षा वैज्ञानिक सलाहकार समिति के सदस्यों व अध्यक्ष के द्वारा की गयी। इसके बाद आगामी वर्ष की कार्य योजना की रूपरेखा तैयार की गई। इस अवसर पर जिले में फसलों की ऐसी प्रजाति जिसमे न्यूट्रिशनल वाल्यूम ज्यादा हो उन प्रजातियों को बढ़ावा दिया जाय तथा जल सरंक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाया जाए। साथ ही साथ मुख्य अतिथि ने किसान उत्पादक समूह के गठन करने का निर्देश दिया। साथ ही कृषि यंत्रों का कृषि में अधिक से अधिक उपयोग करने की सलाह दी, तभी किसानों की आमदनी बढ़ सकती है एवं एक जिला एक उत्पाद योजना के साथ साथ फसल चक्र एवं अंतर्वर्ती फसल का समायोजन किया जाए। बैठक में जिला कृषि पदाधिकारी रणवीर सिंह ने कहा कि कृषि विभाग, आत्मा और कृषि विज्ञान के संयुक्त रूप से किसानों के हित मे कार्य कर रहा है और आगे भी सशक्त रूप से किसानों के हित मे कार्य करेंगे जिससे किसानों को अधिक से अधिक लाभ हो । किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि कृषि विज्ञान केंद्र के सहयोग से जिला में किसानों को प्रशिक्षण दिया जाता है जिससे लाभान्वित होते हैं ।
डॉ एसबी सिंह ने कृषि विज्ञान केन्द्र के द्वारा किये जा रहे कार्यो की सराहना करते हुए कहा कि औरंगाबाद के किसान प्रशिक्षण प्राप्त करके स्वरोजगार स्थापित करके अपनी आमदनी में बढोत्तरी कर रहे है। एलडीएम पंजाब नेशनल बैंक ने कृषकों को कृषि एवं कृषि संबंधित कार्य हेतु ऋण मुहैया के लिए हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया। डीडीएम नबार्ड ने एफपीओ और एनजीओ के सदस्यों को प्रशिक्षण देने की अनुशंसा की। बैठक में उपस्थित प्रगतिशील कृषकों ने अपनी विभिन्न समस्याओं को जिले के परिप्रेक्ष्य में मुख्य अतिथि के समक्ष रखा जिसे मुख्य अतिथि के आदेश अनुरूप अगले वर्ष की कार्य योजना में शामिल किया गया। वैज्ञानिकों ने अगले वर्ष की कार्ययोजना प्रस्तुत किया। इस अवसर पर कृषि विज्ञान केन्द्र मानपुर, गया के वरीय वैज्ञानिक एवं प्रधान डॉ राजीव सिंह, कृषि विज्ञान केन्द्र, सिरिस के वैज्ञानिक एवं कर्मचारी गण तथा कृषि विभाग के अन्य पदाधिकारी साथ-साथ प्रगतिशील किसान आलोक सिंह, महेश वर्मा, अनिल कुमार, विनोद सिंह, अभिषेक कुमार श्रीमती संगीता के अलावा अन्य गणमान्य कृषक उपस्थित थे।