औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। जन अधिकारी पार्टी(लोकतांत्रिक) के सुप्रीमो और पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव द्वारा सोमवार को देर शाम औरंगाबाद में जदयू-भाजपा में चल रहे आंतरिक सत्ता संघर्ष पर किया गया दावा सही साबित हुआ। नीतीश कुमार मंगलवार को एनडीए से अलग होकर महगठबंधन के साथ हो लिए।
गौरतलब है कि पप्पू यादव ने अम्बा के बहुचर्चित सुजीत मेहता हत्याकांड में मातमपुर्सी के बाद प्रेसवार्ता में दावें के साथ कहा था कि भाजपा हर हाल में नीतीश कुमार को बलि का बकरा बनाएंगी ही लेकिन भाजपा की लाख कोशिशों के बावजूद यहां जदयू के विधायकों को तोड़ने के लिए महाराष्ट्र जैसा कोई एकनाथ शिंदे पैदा नही होगा। सलाह दिया था कि नीतीश कुमार रातभर में तय कर ले कि वे उधर रहेंगे या इधर आएंगे।
यह भी कहा था कि उनके लिए बलि का बकरा बनने से बेहतर और गोल्डन चांस यह है कि वें कांग्रेस की सुप्रीमो सोनिया गांधी के साथ आए। उनका साथ ले और खुद के साथ बिहार का भविष्य सुरक्षित करे और वर्तमान राजनीतिक परिस्थितियों में देश के हीरो बन जाएं। पप्पू यादव की यह सब बात सही साबित हुई। नीतीश कुमार सुबह होते ही पलटी मार गये। एनडीए को छोड़कर सोनिया गांधी के नेतृत्व वाले महागबंधन के साथ हो गये और अब महागठबंधन वाली सरकार के मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं। अब बात हीरो बनने की है तो पप्पू यादव के दावे के अनुरूप नीतीश कुमार कैसे और कितने बड़े राजनीतिक हीरो बनते है, यह तो वक्त बताएगा।