औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। औरंगाबाद प्रखंड के जम्होर में पुनपुन और बटाने नदी के संगम पर हर वर्ष कार्तिक पूर्णिमा पर लगने वाला अति प्राचीन कार्तिक पूर्णिमा वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के कारण नही लगेगा।
कल यानी सोमवार 30 नवम्बर को कार्तिक पूर्णिमा के दिन यहां संगम तट पर स्थित पौराणिक एवं ऐतिहासिक रढुआ धाम भी गुलजार नही होगा। कार्तिक पूर्णिमा मेला नहीं लगाने का निर्णय कोविड-19 प्रोटोकाॅल का अनुपालन सुनिश्चित करने को लेकर लिया गया है। विष्णुधाम धार्मिक न्यास बोर्ड के अध्यक्ष रामबचन तिवारी ने बताया कि औरंगाबाद जिला प्रशासन के आदेश पर इस वर्ष मेला पर पूर्णतः प्रतिबंध रहेगा। मंदिर परिसर में किसी तरह की भीड़-भाड़ एवं दुकान लगाने पर पूर्णतः प्रतिबंध रहेगा।
विष्णुधाम मंदिर(फाइल फोटो)
वही स्थानीय लोगों में मेला पर प्रतिबंध से मायूसी दिख रही है। गौरतलब है कि धार्मिक आस्था के प्रतीक विष्णु धाम में कार्तिक पूर्णिमा के दिन संगम तट पर स्नान-दान की परंपरा बरसों पुरानी है। पुराणों के अनुसार कार्तिक पूर्णिमा के दिन संगम स्नान और भगवान विष्णु का दर्शन-पूजन सनातन धर्मावलंबियों के लिए अति पुण्यदायी एवं फलदाई है। वही जम्होर थानाध्यक्ष मो. शमीम अहमद ने बताया कि . 30 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा के दिन विष्णुधाम मंदिर में भीड़ लगाने या किसी तरह की दुकान लगाने पर प्रतिबंध लगाया गया है। अगर कोई इस आदेश की अवहेलना करता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस आदेश के बाद से मेला क्षेत्र पूरी तरह से वीरान हो गया है।