औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। औरंगाबाद जिला प्रशासन समक्ष कुछ लोगो द्वारा शिकायत की गई कि उनका बिजली का बिल गलत आ रहा है। मीटर रीडिंग गलत है और इसकी सुनवाई बिजली कार्यालय में नहीं हो रही है। बिजली कार्यालय के अधिकारियों से मिलने का प्रयास किया जा रहा है किंतु उनके क्षेत्र में रहने के कारण मुलाकात नहीं हो पाती है। इस शिकायत को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल ने मंगलवार को बिजली कार्यालय का औचक निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान कार्यालय में जेई राजस्व, जेई आपूर्ति, सहायक अभियंता, कार्यपालक अभियंता आदि उपस्थित थे एवं कुछ नागरिक भी अपनी समस्याओं को लेकर कार्यालय आए हुए थे। जिलाधिकारी ने सभी नागरिकों से एक-एक कर समस्याएं सुनी। अधिकांश समस्या बिजली के बिल को लेकर थी। कार्यपालक अभियंता ने डीएम को बताया कि मीटर रीडिंग आउटसोर्सिंग एजेंसी द्वारा की जाती है। इसके लिए एजेंसी द्वारा रीडर एवं सुपरवाइजर नियुक्त किए जाते है। रीडिंग के साथ साथ मीटर का एक फोटो भी पोर्टल पर अपलोड किया जाता है। इन फोटोग्राफ्स से आधार रीडिंग की प्रक्रिया की समीक्षा भी कार्यपालक अभियंता के स्तर से समय समय पर की जाती है। प्राप्त शिकायतों के बारे में कार्यपालक अभियता ने कहा कि यदि जानबूझकर रीडिंग गलत लिखी गई है, तो तुरंत फोटो देख कर ठीक की जा सकती है। इसके लिए कभी भी नागरिकगण कार्यालय आ सकते है। सामान्यतया 4 बजे के आसपास सभी वरीय पदाधिकारी क्षेत्र से लौट आते है जिनसे नागरिक गण मिल सकते है। जेई रेवेन्यू हमेशा कार्यालय में ही उपस्थित रहते है, उनसे भी बिल सुधार करवाया जा सकता है।
इस पर जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि रीडिंग में गड़बड़ी जानबूझकर भी की जा सकती है। समीक्षा केवल सुधार के लिए नही होनी चाहिए बल्कि इस पर कार्यवाही भी होनी चाहिए। कार्यपालक अभियंता ने बताया कि जनवरी से अब तक 3 रीडर को बर्खास्त किया गया है और 1 सुपरवाइजर को भी बर्खास्त किया गया है। आगे भी जांच कर कार्यवाही की जाएगी। जिलाधिकारी ने यह भी निर्देश दिया कि सप्ताह में एक दिन कैंप के लिए रहना चाहिए, जिस दिन सभी पदाधिकारी कार्यालय में ही रहे और जनता की समस्याओं का समाधान करें। कार्यपालक अभियंता ने बताया कि अब से शुक्रवार के दिन सभी कार्यालय में कैंप रखा जाएगा जिसमे क्षेत्र के कार्य के स्थान पर कार्यालय में ही रह कर लोगो की शिकायतों का निवारण किया जाएगा। जिलाधिकारी ने एग्रीकल्चर फीडर में बिजली का समय बढ़ाने के बारे में पूछा। इस पर अभियंता ने बताया कि अब एग्रीकल्चर फीडर में भी 15 घंटे से अधिक बिजली दी जाएगी ताकि कृषि में राहत मिल सके। अंत में जिलाधिकारी ने सभी नागरिकों को समस्याओं पर संवेदनशील रहकर कार्यवाही करने के लिए कहा और बताया कि आगे भी औचक रूप से कार्यालय आकर नागरिकों से फीड बैक लिया जायेगा।