औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। बिहार राज्य खाद्य आयोग ने आम अवाम की पहचान सुनिश्चित करने के लिए पूर्व की भांति सबके लिए राशन कार्ड की वकालत की है।
आयोग के अध्यक्ष विद्यानंद विकल ने बताया कि आयोग के अध्यक्ष के हैसियत से राज्य के विभिन्न जिलों के दौरे के दौरान यह संज्ञान में आ रहा है कि अपात्र लोग भी राशन कार्ड इस कारण चाहते है कि इसे जमीन के दस्तावेज से अधिक बढ़कर पहचान और निवास का प्रमाण माना जाता है। पूर्व की व्यवस्था में सभी लोगो को राशन कार्ड उपलब्ध कराया जाता था लेकिन अब ऐसी व्यवस्था नही है। इसी वजह से अपात्र लोग भी येन केन प्रकारेण राशन कार्ड बनवा लेना चाहते है।
ऐसे लोगो का कहना है कि भले ही उन्हे कार्ड से राशन नही मिले लेकिन पहचान और निवास के पुख्ता प्रमाण के रूप में उनके पास राशन कार्ड होना जरूरी है। इसे देखते हुए उनका यह मानना है कि राज्य के सभी परिवारों को सदस्यों की व्यक्तिगत पहचान और निवास स्थान के प्रमाण के लिए दस्तावेज के रूप में एक सामान्य राशन कार्ड उपलब्ध कराया जाएं। इसके लिए वे आयोग की ओर से राज्य सरकार को शीघ्र ही एक प्रस्ताव सौपेंगे। यदि सरकार इस प्रस्ताव को अमल में लाएंगी तो निःसंदेह राशन कार्ड के लिए मारामारी जैसी नौबत नही आएंगी।