औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। जिला विधिक सेवा प्राधिकार द्वारा मंगलवार को विधिक सेवा सदन में विश्व तम्बाकू निषेध दिवस पर शपथ समारोह का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में सभी न्यायिक पदाधिकारीगण, पैनल अधिवक्तागण, विधि संघ के अध्यक्ष रसिक बिहारी सिंह एवं अन्य अधिवक्ता उपस्थित रहे। शपथ समारोह का संचालन पैनल अधिवक्ता अभिनन्दन कुमार ने किया। इस मौके पर जिला जज मनोज कुमार तिवारी ने कहा कि हर साल 31 मई को विश्व तम्बाकू निषेध दिवस मनाया जाता है। इस दिन को मनाने की शुरूआत विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 1987 में की थी। पूरी दुनिया में प्रति वर्ष लगभग 60 लाख लोग तम्बाकू के प्रयोग के कारण मरते हैं। इसलिए इस दिन को मनाने के पीछे का ध्येय यहीं है कि आम जनता तम्बाकू से होने वाले नुकसान को जाने और तम्बाकू से बने पदार्थो से दूर रहें। तम्बाकू एक धीमा जहर है, जो सेवन करने वाले व्यक्ति को धीरे-धीरे मौत के मुंह में धकेलता रहता है और लोग जाने-अनजाने में तम्बाकू उत्पादों का सेवन करते रहते हैं। धीरे-धीरे शौक कब लत में परिवर्तित हो जाता है, लोगो को इसका पता ही नहीं चलता है और अंततः इसका परिणाम बेहद ही खतरनाक और गंभीर स्वास्थ समस्याओ के रूप में सामने आता है।
प्रत्येक व्यक्ति को तम्बाकू का निषेध करना चाहिए जिससे कि शारीरिक दुष्प्रभाव से बचा जा सके। साथ ही साथ अनेक प्रकार की बीमारियों से सभी व्यक्ति का बचाव हो सके। कार्यक्रम में अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव प्रणव शंकर ने भी तम्बाकू के दुष्प्रभाव के बारे में अवगत कराया। कहा कि तम्बाकू का सेवन नही करें और दूसरो को भी इसके लिए प्रेरित करे। उन्होने तम्बाकू रहित समाज एवं स्वस्थ वातावरण के निर्माण में अपना योगदान देने से संबंधित शपथ दिलायी। शपथ समारोह में अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश विवेक कुमार, अशोक राज, सुनील दत्त पांडेय, संजय कुमार झा, अनिंदिता सिंह, दिनेश कुमार प्रधान, ब्रजेश कुमार पाठक, अरविन्द, रतनेश्वर कुमार सिंह, मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी सुकुल राम सहित सभी न्यायिक दण्डाधिकारीगण तथा प्राधिकार के रिटेनर अधिवक्ता अभिनन्दन कुमार तथा सभी पैनल अधिवक्ता उपस्थित रहें। सभी ने तम्बाकू का सेवन नहीं करने के लिए शपथ ली। इस दौरान कर्मी सुनील कुमार सिन्हा, संजय कुमार, परशुराम कुमार सिंह, सुनील कुमार सिंह कुन्दन कुमार, मनोज कुमार चैधरी, नवरतन कुमार उपस्थित रहें, जिन्हें तम्बाकू का सेवन नहीं करने के लिए शपथ भी दिलाया गया।