जब-जब अत्याचार और अन्याय बढ़ता है, तब-तब प्रभु का अवतार होता है : पूर्व डीजीपी
गोह(औरंगाबाद)(लाइव इंडिया न्यू 18 ब्यूरो)। गोह के देवकुंड स्थित दुधेश्वर नाथ मंदिर परिसर में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के चौथे दिन भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मनाया गया। इस दौरान श्रद्धालु जमकर थिरके।
इस मौके पर पूरा परिसर भगवान श्रीकृष्ण के जयकारे तथा नंद के आनंद भयो, जय कन्हैयालाल की जय से गुंजायमान हो उठा। कथा के दौरान कथा वाचक पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने भगवान श्री कृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णन कर धर्म, अर्थ, काम व मोक्ष की महत्ता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि जब-जब अत्याचार और अन्याय बढ़ता है, तब-तब प्रभु का अवतार होता है।
प्रभु का अवतार अत्याचार को समाप्त करने और धर्म की स्थापना के लिए होता है। जब कंस ने सभी मर्यादाएं तोड़ दी तो प्रभु श्रीकृष्ण का जन्म हुआ। यहां पर जैसे ही श्रीकृष्ण के जन्म का प्रसंग कथा में आया तो श्रद्धालु हरे राधा-कृष्ण के उदघोष के साथ नृत्य करने लगे। वासुदेव बने कलाकर तथा यशोदा बनी और नंद के स्वरूप ने कृष्ण जन्मोत्सव के प्रसंग को भाव विभोर कर दिया। चैथे दिन कथा सुनने गोह के पूर्व विधायक डॉ. रणविजय कुमार, अश्विनी तिवारी, दीपक उपाध्याय, रविशंकर शर्मा, नन्हका बाबू, संतोष शर्मा, अरुण सिंह, कन्हैया नंद पुरी, दीपू सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।