औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। भाकपा माले ने रफीगंज के चिरैला ग्रुप सुसाइड केस की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की है। यह मांग पार्टी एवं ऐपवा की एक संयुक्त टीम ने चिरैला गांव का दौरा करने के बाद की है।
टीम में अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला एसोसिएसन(ऐपवा) की राज्य सह सचिव रीता वर्णवाल, ऐपवा नेत्री बेबी चैधरी एवं भाकपा माले की राज्य कमिटी के सदस्य व पार्टी के जिला सचिव मुनारिक राम, जिला कमिटी के सदस्य कैलाश पासवान, आरवाइए नेता गुड्डू चंद्रवंशी एवं माले नेता कमलदेव पासवान शामिल थे। टीम ने चिरैला गांव पहुंचकर पीड़ित परिवारों से मिलकर मामले की गहन जांच पड़ताल की। जांच के दौरान तीनों मृत किशोरियों के पिता क्रमशः राजेश पासवान, मनोज पासवान, प्रवेश पासवान एवं परिवार की महिलाओं से पूछताछ की। परिवार के सदस्यों ने टीम को बताया कि हमलोग इस गांव में अल्पसंख्यक हैं। मात्र 15 घर हैं। गरीब हैं, रोज कमाते हैं और रोज खाते हैं। बातचीत में टीम को दबी जुबान से कुछ महिलाओं ने कहा कि रिश्तेदार से प्रेम प्रसंग का मामला गलत है। रही बात समूहिक रूप से जहर खाने की तो आज की तारीख में कोई भी दुकान महिलाओं को जहर नहीं देता है। फिर किशोरियों के पास दवा कहां से आई यह समझ से परे है।
एक मृतका का मोबाईल गांव के किसी आदमी के पास है। उस पर फोन करने पर उस आदमी द्वारा भद्दी-भद्दी गालियां दी जा रही है। ग्रामीण रामसूचित सिंह, पैक्स अध्यक्ष, अजय सिंह, राधेश्याम सिंह एवं अर्जुन सिंह ने टीम से कहा कि मामला प्रेम प्रसंग का है लेकिन परिवार के सदस्यगण इंकार कर रहे हैं। टीम के सदस्यों ने कहा कि मामला बहुत ही संगीन और गंभीर है। तथाकथित महिला सशक्तिकरण व बेटी पढ़ाओ-बेटी बचाओ की बात करने वाली डबल इंजन की सरकार और औरंगाबाद जिला प्रशासन से भाकपा माले अपील करती है कि इस हृदय विदारक घटना को अत्यंत ही गंभीरतापूर्वक ले। पीड़ित परिवारों को उचित मुआवजा दिया जाए। साथ ही दो अन्य किशोरियों का इलाज सरकारी खर्च पर प्रशासनिक निगरानी में कराई जाए। इस घटना के पीछे बहुत बड़ी साजिश की बु आ रही है। जिले के तेज तर्रार पुलिस अधीक्षक से अपील है कि घटना को अत्यंत ही गंभीरता से लेते हुए घटना का पर्दाफाश करे।