पटना। मंगलवार को बिहार विधान परिषद के सभागार भवन में पूर्व उप प्रधानमंत्री बाबू जगजीवन राम की जयंती पर कबीर के लोग संस्था द्वारा रोजगार संवाद सह परिचर्चा का आयोजन में किया गया। मौके पर मुख्य अतिथि विधान परिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह ने कहा कि जगजीवन बाबू दलितों के नहीं भारत के मसीहा थे। समाज को जोड़ने की अद्भुत शक्ति थी उनमें। पीरो में जगजीवन बाबू की पहली गिरफ्तारी हुई थी। आज की युवा पीढ़ी को अपने पूर्वजों और नेताओं के बारे में पढ़ना चाहिए ताकि वे उन्हें जान सकें। उनका मानना था कि लोगों को सुलभ और त्वरित न्याय मिले ताकि गरीब भी मुख्यधारा से जुड़ सकें।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री व विधान पार्षद डॉ. संजय पासवान ने कहा कि बिहार सरकार ने बीते दो वर्षों में 10 लाख लोगों को रोजगार से जोड़ा है। अब भी और 9 लाख लोगों को रोजगार देने का लक्ष्य है। बाबू जगजीवन राम जब रेल मंत्री थे तो उन्होंने पानी पारे के रूप में कई लाख लोगों को नौकरी दी थी। प्रदेश में महिलाओं के उत्थान के लिए नीतीश कुमार ने कई काम किए हैं। आधी आबादी को सरकारी क्षेत्र में 33 फीसदी आरक्षण देने उनके सशक्तीकरण में अग्रणी भूमिका निभाई।
संवाद के दौरान विधान परिषद के उपाध्यक्ष महेश्वर हजारी ने कहा की बाबू जगजीवन राम ने देश और समाज के विकास के लिए बड़ा योगदान दिया है। मौके पर भाजपा प्रवक्ता व पूर्व विधायक प्रेमरंजन पटेल, टीएनएमयू ने प्रो विजय कुमार सहित कई लोग मौजूद थे।