औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने स्वीकार किया है कि पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतों में हो रही वृद्धि से जनता पर बोझ बढ़ रहा है लेकिन इसके लिए केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार दोषी नही है।
श्री राय ने शुक्रवार को यहां प्रेसवार्ता में कहा कि पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतों में वृद्धि के पीछे असली वजह रूस-यूक्रेन में चल रहा युद्ध है। युद्ध के कारण केंद्र सरकार को देश की जरूरतों को पूरा करने के लिए अधिक कीमत पर कच्चें तेल का आयात करना पड़ रहा है। कच्चें तेल की कीमत में वृद्धि का सीधा असर पेट्रोलियम पदार्थों के मूल्य पर पड़ रहा है और न चाहते हुए भी मूल्य वृद्धि करनी पड़ रही है। इसके बावजूद पेट्रोलियम पदार्थों को छोड़कर अन्य जरूरत की चीजों की कीमते नियंत्रण में है। आज ही एलपीजी गैस की कीमत में हुई 250 रूपये की वृद्धि पर भी इसी बात को दोहराते हुए कहा कि यह सब युद्ध का असर है।
कहा कि केंद्र सरकार जनहित और विकास के कार्यों को लगातार प्रमुखता दे रही है और अंत्योदय कल्याण सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता में शामिल है। अंत्योदय कल्याण की भावना के तहत ही प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना की अवधि बढ़ाई गई है। अब सितम्बर तक गरीबों को मुफ्त राशन मिलेगा। उन्होने कहा कि बिहार में एनडीए सरकार के कार्यकाल में अपराध में निरंतर कमी आई। नक्सल समस्या भी नियंत्रित हुई है। राज्य में हर क्षेत्र में विकास हुआ है। गांव और टोलो तक सड़के बनी है। राज्य का कोई भी बसावट सड़क संपर्क से अछूता नही है। बिहार में 19 लाख नौजवानों को बिहार विधानसभा चुनाव में रोजगार देने की चुनावी घोषणा पर कुरेदे जाने पर कन्नी काटते हुए उन्होने प्रेसवार्ता को समाप्त कर दिया। इसके पूर्व उन्होने एमएलसी चुनाव में औरंगाबाद से पार्टी उम्मीदवार के पक्ष में संबंधित वोटरो से समर्थन मांगा और विजयी बनाने की अपील की।