मधुबनी। यूक्रेन पर रूस की हवाई कार्रवाई के बीच यूक्रेन में रह रहे शहर के लोहा पट्टी मोहल्ला के मेडिकल छात्र विनायक निवास भी यूक्रेन में फंसे हुए हैं। यूक्रेन में हर घंटे बदल रही घटनाक्रम से विनायक और अन्य छात्रों की मुश्किलें लगातार बढ़ रही है। यूक्रेन की वर्तमान परिस्थिति से विनायक काफी भयभीत हैं। इनके माता—पिता सहित घर में एक बहन एवं एक भाई की चिंता भी बढ़ गई है। इनके माता—पिता व अन्य परिजन विनायक की कुशलता के लिए ईश्वर से प्रार्थना कर रहे हैं।
लोहापट्टी निवासी एवं किराना व्यवसायी विनायक के पिता प्रशांत कुमार ने बताया कि वह वर्ष 2018 से यूक्रेन के विनितसा स्थित नेशनल पीरोगोभ मेमोरियल मेडिकल विश्वविद्यालय से मेडिकल की पढ़ाई कर रहा है। अभी चतुर्थ वर्ष में पढ़ रहा है। उसकी पढ़ाई 2024 में पूरी होगी। विनायक अभी यूक्रेन में भाड़े के एक कमरे में रह रहा है।
पुलिस उन्हें सुरक्षित करने के लिए बंकर में ले जाती
यूक्रेन की राजधानी लीव से विनितसा की दूरी 300 किलोमीटर है। विनायक के पिता प्रशांत कुमार ने बताया कि सायरन की आवाज के साथ ही दो दिनों से स्थानीय पुलिस एवं सेना के जवान सुबह 5 बजे बंकर में उन्हें लेकर चले जाते हैं। सायरन की आवाज नहीं सुनाई देने की स्थिति एवं स्थिति सामान्य होने पर पुलिस एवं सेना के जवान छात्रों को कमरा/घर पर भेज देते हैं। बताया कि बिजली पानी सामान्य रूप से विनायक को उपलब्ध हो रहा है। मोबाइल से बात करने में दिक्कत कभी—कभी होती है।
6 मार्च को मिला था वतन लौटने का टिकट
प्रशांत कुमार ने बताया कि यूक्रेन की स्थिति को देखते हुए विनायक ने 24 फरवरी की सुबह भारत लौटने के लिए 6 मार्च का हवाई टिकट बुकिंग कराया था। इस बीच हवाई हमला होने से एयरवेज से उड़ान रद्द हो गया है। अब मुश्किलें और बढ गई है। वतन लौटने का कोई रास्ता नहीं बचा है।
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