औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। सहयोग समितियां, बिहार पटना के निर्देश के आलोक में खरीफ विपणन मौसम 2021-22 में धान अधिप्राप्ति समाप्ति की ओर है। अधिप्राप्ति के अंतिम दिनों में अनुश्रवण एवं पर्यवेक्षण करने तथा वायदा आधारित खरीददारी रोकने के लिए प्रखंड वार जांच दल का गठन किया गया है। प्रथम जांच का कार्य 10 से 13 फरवरी तक निर्धारित है।
इस दौरान जिला स्तरीय पदाधिकारियों द्वारा धान क्रय केंद्रों का औचक निरीक्षण किया जाना है। पदाधिकारियों द्वारा धान खरीद की भौतिक स्थिति की जांच की जाएगी। जांच पदाधिकारियों द्वारा अपने-अपने चिन्हित प्रखंड में स्थित धान अधिप्राप्ति/क्रय केंद्रों का स्थलीय निरीक्षण किया जाएगा। जांच के दौरान किसी प्रकार की अनियमितता परिलक्षित होने पर जांच प्रतिवेदन में इसका स्पष्ट उल्लेख किया जाएगा। जिला सहकारिता पदाधिकारी को जांच दलों से प्राप्त रिपोर्ट को संकलित कर जिलाधिकारी के समक्ष समीक्षा हेतु संचिका में उपस्थापित करने का निर्देश दिया गया है जिससे अग्रेतर कार्रवाई की जा सके। अगली सोमवारी बैठक में इसकी समीक्षा भी की जाएगी। अंतिम दो दिन में भी धान खरीद का लगातार भौतिक सत्यापन किया जाएगा।
गौरतलब है कि धान अधिप्राप्ति की अंतिम तिथि 15 फरवरी है। पूरे बिहार के साथ औरंगाबाद में भी लक्ष्य की 90 प्रतिशत खरीददारी हो चुकी है। बिहार के सभी जिलों को विभागीय निर्देश प्राप्त है कि लक्ष्य से अधिक खरीददारी नहीं की जा सकती है। बिहार का कुल लक्ष्य 45 लाख मीट्रिक टन है, जिसमे औरंगाबाद का लक्ष्य 2 लाख 40 हजार मीट्रिक टन है। पिछले वर्ष इस समय तक 1 लाख 50 हजार मीट्रिक टन धान का क्रय किया गया था तथा कुल अधिप्राप्ति 2 लाख 5 हजार मीट्रिक टन थी। इस वर्ष अभी तक 2 लाख 16 हजार मीट्रिक टन धान का क्रय हो चुका है।