औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। औरंगाबाद जिले में सोन नदी के तटीय इलाकों में बालू से ओवरलोडेड ट्रकों के परिचालन ने आम जनजीवन को गहराई से प्रभावित किया है। दाउदनगर, ओबरा और बारुण थाना क्षेत्र में पानी टपकते ओवरलोड ट्रक दुर्घटना के कारण बन रहे है। हर रोज रात तो क्या दिन के उजाले में भी जाम की समस्या बनी हुई है। साथ ही राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-2 जीटी रोड पर 6 से 7 किलोमीटर तक लम्बा जाम लगना नियति सी बन गई है।
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प्रशासन बेपरवाह, लोग परेशान-
सोन तटीय क्षेत्रों में ओवरलोडिंग और अवैध बालू ढुलाई पर शिकंजा कसने का प्रशासनिक फरमान बेअसर है। परिवहन विभाग के माध्यम से अवैध बालू खनन पर रोक लगाने की औपचारिकताएं पूरी करने के लिए ट्रैक्टर पकड़कर काम चला लिया जाता हैं। यदा-कदा को छोड़ कर ट्रकों पर कोई कार्रवाई नहीं की जाती है। इस कारण ट्रक खुलेआम ओवरलोडिंग कर चल रहे हैं।
बालू लदे ट्रकों से पानी गिरने से सड़के बर्बाद-
बालू ठेकेदार ट्रकों को सोन नदी से सीधे बालू का उठाव करवा रहे हैं। इससे ट्रकों पर लदे बालू से सड़क पर पानी गिरता रहता है। सड़क पर पानी गिरने और बहने से इस इलाके में सड़कें बर्बाद हो गई है। सड़क पर झील के नजारें है। लोगों का चलना दूभर है। दुर्घटना की संभावना बनी हुई है। कई बार हादसें हुए भी है और लोग काल के गाल में भी समां चुके है। तारकोल की सड़क लगातार खराब हो रही है। इस ओर किसी का ध्यान नही है। टेंडर के नियमों में सूखे बालू की ढुलाई का नियम है जबकि ऐसा नहीं होता है।
नो इंट्री के बावजूद दिन भर लगा रहता है जाम-
कहने को तो शासन-प्रशासन ने दिन के 8 बजे से शाम के 6 बजे तक बारुण-नबीनगर मुख्य मार्ग पर बसों और छोटी गाड़ियों को छोड़ कर भारी वाहनों की नो इंट्री लगा रखी है। इसके बावजूद नो इंट्री में भी बारुण थाना के मुख्य द्वार से ट्रकों का होकर गुजरना पुलिस को नजर नही आता है। इस सड़क पर ट्रकों की इंट्री का समय शाम 8 बजे से सुबह 7 बजे तक निर्धारित है। जब कभी इसका पालन होता है तो ट्रकों को दिनभर सड़क के साइड में या सड़क पर ही एक ओर खड़ा कर दिया जाता है। इस स्थिति में आम लोगों को सड़क से गुजरने में जाम का सामना करना पड़ता है। इस दौरान ट्रकों पर ओवरलोड बालू से लदे ट्रक से पानी रिस-रिसकर पूरे सड़क पर फैल जाता है, जिससे सड़कें बर्बाद हो गई है। वहीं जैसे ही नो इंट्री खत्म होती है, वाहनों के निकलने का समय शुरु होता है, पूरे सड़क पर ट्रकों का राज कायम हो जाता है। इसके बाद जीटी रोड सोन नदी पुल से लेकर रोहतास के डिहरी से आगे तक हर दिन जाम का सामना करना पड़ता है।