ओबरा(औरंगाबाद)(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। ज्योतिबा फुले समता परिषद् ने मंगलवार को ओबरा प्रखंड मुख्यालय में बेल मोड़ पर सम्राट अशोक के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने वाले लेखक का पुतला दहन किया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने एक नुक्कड़ सभा भी की।
नुक्कड़ सभा की अध्यक्षता भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष संजय मेहता ने की जबकि संचालन पूर्व मुखिया कमला प्रसाद ने किया। कार्यक्रम का संयोजन जदयू के प्रदेश सचिव अशोक मेहता ने किया। कार्यक्रम में भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष संजय मेहता ने कहा कि सम्राट अशोक किसी समाज का नही अपितु पूरे राष्ट्र का प्रतिनिधित्व करते थे। देश उन्हे एक राष्ट्र निर्माता के रूप जानता है। उन्होंने लोकहित को सर्वोपरी माना। लगभग 2300 वर्ष पूर्व भारत यानी उस वक्त के जम्बूद्वीप से पूरे विश्व को सत्य और अहिंसा का संदेश दिया। सम्राट अशोक के शासन काल में सबसे प्रख्यात महामार्ग ग्रैंड ट्रंक रोड का निर्माण हुआ। मानव तो मानव पशुओं के लिए चिकित्सा घर खोला गया। पशुओं की हत्या पर रोक लगाई गई। कई विश्वविद्यालय खोले गए। उस वक्त देश ही नही बल्कि विदेशो से भी लोग यहां शिक्षा ग्रहण करने आते थे। भारत विश्व गुरू था। देश सोने की चिड़िया थी। जनता में भेदभाव नही था।
इसी परिकल्पना को आज के परिवेश में देश के प्रधान सेवक नरेन्द्र मोदी साकार करने में लगे है। ऐसे महान सम्राट की तुलना कुत्सित मानसिकता के लेखक दया प्रकाश सिन्हा ने मुगल शासक औरंगजेब से की है, जो बेहद शर्मनाक और निंदनीय है। राष्ट्रपति और देश के प्रधानमंत्री से वे मांग करते हैं कि ऐसे घटिया सोंच रखने वाले लेखक व थियेटर संचालक को जो भी पुरस्कार दिया गया है, उसे अविलंब निरस्त कर राष्ट्रद्रोह का मुकदमा चलाया जाएं। इसके पूर्व परिषद् के सैकड़ो कार्यकर्ताओं ने प्रखंड मुख्यालय से लेकर बेल मोड तक आक्रोश मार्च निकाला। इस दौरान सभी ने लेखक दया प्रकाश सिंहा के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए पुतला दहन किया। कार्यक्रम में भाजपा ओबीसी मोर्चा के मंडल अध्यक्ष जितेंद्र कुशवाहा, महामंत्री ललन प्रसाद, रोहित कुमार, दीपक कुमार, अरुण कुमार, रामजी मेहता, वार्ड सदस्य संजय मेहता, पूर्व पंचायत समिति सदस्य बलराम मेहता, रामप्रसाद मेहता सहित अन्य लोग शामिल रहे