औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। औरंगाबाद के जिला एवं सत्र न्यायधीश सह जिला विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष मनोज कुमार तिवारी, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह प्राधिकार के सचिव प्रणव शंकर तथा अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश दिनेश कुमार प्रधान ने शुक्रवार को डाक कर्मियों के दो दिवसीय प्रशिक्षण का संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर उद्घाटन किया।
उद्घाटन सत्र में प्राधिकार के सचिव ने आगंतुकों का स्वागत करते हुए कहा कि न्याय मंत्रालय और राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण ने डाक विभाग की दूरस्थ पहुंच को देखते हुए जरूरतमंदों तक अपनी सेवाओं के विस्तार हेतु एक महत्वाकांक्षी कार्यक्रम तैयार किया है, जिसे हम सभी को मिलकर सफल बनाना है। वही प्राधिकार के अध्यक्ष ने कहा कि डाक विभाग बेहद महत्वपूर्ण विभाग है। इसकी पहुंच हर घर तक है। चाहे वह शहरी क्षेत्र हो या सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्र, डाकिएं प्राचीन काल से ही लोगो के सुख-दुख के सहभागी रहे है।
पहले डाकियों से लोग अपने मनोभावों को लिखवाते भी थे और उनकी इस कला और व्यवस्था का फायदा उठाने के लिए जिला विधिक सेवा प्राधिकार एक अनूठी पहल कर रहा है जिससे जरूरतमंदों की समस्या आसानी से प्राधिकार तक पहुंच पाएगी तथा समस्याओं का समाधान हो सकेगा। उन्होने डाकियों से अपील किया कि वे जिस तरह से लोगो के सुख-दुख के मनोभावों को पढ़ते थे, उसी तरह वें जरूरतमन्दों की जरूरत को समझकर उन्हें विधिक सहायता उपलब्ध कराने में एक पुल का कार्य करें। कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन करते हुए प्रधान अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश दिनेश कुमार ने कहा कि डाकिएं समाज के बेहद ही महत्वपूर्ण अंग है और उन्हें समाज के जरूरतमंदों के विषय में सबसे अधिक पता है। वे गांव के प्रत्येक व्यक्ति को जानते एवं पहचानते हैं। अगर वे सच्चे मन से कार्य करेंगें तो यह कार्यक्रम पूर्णतः सफल होगा और कल्याणकारी राज्य की अवधारणा वास्तविक रूप से चरितार्थ होगी।
उद्घाटन सत्र के बाद द्वितीय चरण में डाकियों को विशेष प्रशिक्षण जिला विधिक सेवा प्राधिकार के पैनल अधिवक्ता अभिनन्दन कुमार ने दिया। उन्होने डाककर्मियों को विधिक सहायता की अर्हता से संबंधित आवेदन एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकार द्वारा उपलब्ध कराये जाने वाली सेवाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी। विधिक सहायता से संबंधित आवेदन को जिला विधिक सेवा प्राधिकार के कार्यालय तक लानें तथा जरूरतमंदों को आवेदन को भरने में मदद करने के विषय में जानकारी दी गयी। सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ उपलब्ध कराने में मदद करने के साथ ही समाज में आवश्यक दस्तावेजों यथा आयकर रिटर्न, जन्म प्रमाण-पत्र, विवाह प्रमाण-पत्र आदि के फायदे के विषय में भी डाकियों को विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराई गई। प्रशिक्षण सत्र के दौरान डाककर्मियों द्वारा पूछे गये मूलभूत सवालों के उत्तर भी दिए गये।